स्वास्थ्यसेवा-शिक्षा में नए समाधान खोजने के लिए एआई का लें सहारा: प्रसाद

प्रसाद ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्राल -एसोचैम-एरिक्सन द्वारा आयोजित ''आईसीटी स्टार्ट-अप पुरस्कार'' कार्यक्रम में यह बात कही।
नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्यगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों से ग्रामीण इलाकों सहित अन्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा में नए नवोन्मेषी समाधानों के निर्माण के लिए कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस) और मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन जैसी नवीन प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए कहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के स्वभाव में नयापन है और स्टार्टअप कंपनियों को साइबर सुरक्षा और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में सोच से परे नए समाधान खोजने चाहिए क्योंकि डिजिटल अर्थव्यवस्था में इनकी प्रासंगिकता तेजी से बढ़ रही है।
प्रसाद ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्राल -एसोचैम-एरिक्सन द्वारा आयोजित 'आईसीटी स्टार्ट-अप पुरस्कार' कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्टार्ट - अप कंपनियों को साझा सेवा केंद्रों (डिजिटल सेवा प्रदान करने वाले कियोस्क) के मौजूदा नेटवर्क का उपयोग करना चाहिए। साथ ही छोटे शहरों में बीपीओ भी आ रहे हैं। भारत आगामी वर्षों में एक हजार डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने के अपने रास्ते पर आगे बढ़ रही है , इससे 50 लाख से 75 लाख रोजगार पैदा होंगे।
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