पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आतिथ्य संस्कृति का विकास करने की जरूरत: जेटली

Arun Jaitley says Need to harness culture of hospitality to attract tourists

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि देश में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ आतिथ्य सत्कार और गर्मजोशी की संस्कृति विकसित करने की जरूरत है।

नयी दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि देश में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ आतिथ्य सत्कार और गर्मजोशी की संस्कृति विकसित करने की जरूरत है। पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित पर्यटन पर्व को संबोधित करते हुए दुनियाभर में पर्यटन आर्थिक संसाधन का सबसे ताकतवर स्रोत बन चुका है। जेटली ने कहा, ‘‘जहां एक ओर हम अपने पर्यटन ढांचे का सुधार कर रहे हैं वहीं हमें देश मे मेहमाननवाजी और गर्मजोशी का वातावरण भी बनाने की जरूरत है।

हमारे नागरिकों और विभिन्न क्षेत्रों का रवैया पर्यटकों के प्रति आतिथ्य सत्कार वाला होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के एकीकरण और बढ़ती समृद्धि की वजह से आज लोग दुनिया के अन्य हिस्सों में जाना चाहते हैं। भारत इस प्रक्रिया में बड़ा राष्ट्र है। जेटली ने कहा, ‘‘भौगोलिक रूप से हमारे पास आकार है। हमारे पास पर्यटन की दृष्टि से ऐसे क्षेत्र भी हैं जिनका अभी दोहन नहीं हुआ है। धर्म और संस्कृति से पर्यटक आकर्षित होते हैं।

इतिहास, प्रकृति, बड़ी आर्थिक गतिविधियों से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। महानगर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। भारत इन क्षेत्रों में कहीं से भी पीछे नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि कई देशों ने अपनी ऐतिहासिक विरासतों की इस तरह से मार्केटिंग की है जिससे उनके यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत भी पर्यटकों को आकर्षित करने में आगे बढ़ रहा है लेकिन हमारे पास अभी और संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से संसाधन होने के बावजूद भारत घरेलू ढांचे में पिछड़ जाता है।

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