सोशल मीडिया पर अब Influencers को बताना होगा, पोस्ट स्पॉन्सर है या नहीं,; ASCI ने जारी किए नए गाइडलाइंस
ASCI ने लोगों को सामान्य पोस्ट और स्पॉन्सर पोस्ट के बीच अंतर समझाने के लिए पहली बार एक मसौदा तैयार किया है। इनमें 3 कैटगरी बनाई गई है जिसमें विज्ञापनों का विभाजन किया जाएगा। इनमें कौन से सामान्य पोस्ट है और स्पॉन्सर पोस्ट है इसको लेकर कैटगरी तैयार की जाएगी जिससे आम लोगों को अंतर पता चल सके।
एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने सोशल मीडिया Influncers के लिए एक गाइडलाइंस जारी की है। यह गाइडलाइंस उन चर्चित हस्तियों के लिए है जो सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट से लोगों को काफी आकर्षित करते हैं। यह सोशल मीडिया Influencers अपने पोस्ट के जरिए कई प्रोडक्ट का विज्ञापन भी करते हैं जिससे लाखों लोग काफी प्रभावित भी होते हैं। इसी को देखते हुए अब ASCI ने लोगों को सामान्य पोस्ट और स्पॉन्सर पोस्ट के बीच अंतर समझाने के लिए पहली बार एक मसौदा तैयार किया है। इनमें 3 कैटगरी बनाई गई है जिसमें विज्ञापनों का विभाजन किया जाएगा। इनमें कौन से सामान्य पोस्ट है और स्पॉन्सर पोस्ट है इसको लेकर कैटगरी तैयार की जाएगी जिससे आम लोगों को अंतर पता चल सके।
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एक खबर के मुताबिक इस गाइडलाइंस को लेकर सभी पक्षों से 8 मार्च तक जवाब मांगे है और 31 मार्च तक नया मसौदा तैयार कर दिया जाएगा जिसके बाद आपको यह पता चल जाएगा कि कौन सा पोस्ट सामान्य है और कौन सा पोस्ट स्पॉन्सर है। बता दें कि नए गाइडलाइंस के मुताबिक, सोशल मीडिया Influncers को अपने पोस्ट के शुरूआत में ही लिखना होगा कि उन्हें उस विज्ञापनों के बदले भुगतान हुआ है या नहीं और वह किस मकसद से विज्ञापन को स्पॉन्सर कर रहे है। एक एजेंसी के मुताबिक, भारत में विज्ञापनों का 7.5 से 10 करोड़ डॉलर का बाजार बन गया है। अब देखना यह होगा कि इस नए गाइडलाइंस से सोशल मीडिया Influncers को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है वहीं सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि क्या अब भारत भी ऑसट्रेलिया की तरह सोशल मीडिया से खबरों के बदले पैसे लेने की मांग करेगा?
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