भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के बेहतर अवसर: बिजली मंत्री

केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने वैश्विक कंपनियों से भारत में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि देश में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है और उनके लिये यहां निवेश के बेहतर अवसर उपलब्ध हैं।
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने वैश्विक कंपनियों से भारत में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि देश में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है और उनके लिये यहां निवेश के बेहतर अवसर उपलब्ध हैं। इस साल के अंत में होने वाले वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेश सम्मेलन और प्रदर्शनी (आरई-इनवेस्ट 2017) के बारे में जानकारी देने के लिये आयोजित कार्यक्रम में बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘भारत में ऊर्जा की खपत तेजी से बढ़ रही है। मौजूदा वृद्धि दर और बड़ी आबादी को देखते हुए अगले छह से सात साल में ऊर्जा की मांग मौजूदा स्तर से दोगुनी हो जाएगी।
वर्ष 2030 तक देश की कुल ऊर्जा जरूरत का 40 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा से आएगा। इस लिहाज से इस क्षेत्र में कंपनियों के लिये निवेश का एक बेहतर मौका है।’’ फिलहाल देश में कुल बिजली उत्पादन लगभग 3.30 लाख मेगावाट है इसमें अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी 17.7 प्रतिशत है। सरकार ने 2022 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 1,75,000 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा है जिसमें एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन शामिल होगा। कार्यक्रम में किरीबाती गणराज्य के बुनियादी ढांचा और सतत विकास मंत्री रूआतेकी तेकाइरा और फ्रांस समेत कई देशों के राजदूतों की मौजूदगी में मंत्री ने स्वच्छ ऊर्जा के विकास और पृथ्वी की रक्षा के लिये सभी देशों को भागीदारी के लिये आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश से न केवल कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी बल्कि इस क्षेत्र में बड़े बाजार को देखते हुए सभी भागीदारी देशों के लिये व्यापार का बड़ा अवसर भी है।’’ अनुकूल नीतियों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘देश में पहले से अक्षय ऊर्जा में निवेश का रास्ता खुला है। आपको किसी मंजूरी की जरूरत नहीं है। आप आइये विनिर्माण कीजिए और प्रौद्योगिकी का विकास कीजिए। भारत सरकार ‘मेक इन इंडिया’ के लिये अनुकूल नीति लाने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’’ वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेश सम्मेलन और प्रदर्शनी का आयोजन ग्रेटर नोएडा में 7-9 दिसंबर को होगा। इसी दौरान 8-9 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और सौर शिखर सम्मेलन का भी आयोजन होगा।
अक्षय ऊर्जा सचिव आनंद कुमार ने कहा कि री-इनवेस्ट 2017 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। तीन दिन चलने वाले सम्मेलन में अक्षय ऊर्जा के विकास एवं विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव प्रवीण कुमार ने बताया अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना समारोह में प्रधानमंत्री, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुएटरेस के भाग लेने की संभावना है।
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