धातु, सीमेंट जैसे क्षेत्रों को अधिक कोयला पहुंचाने के प्रयास कर रहे: Coal India

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उत्पादन में वृद्धि से इसमें मदद मिल रही है। कुछ दिन पहले इस महारत्न कंपनी ने कहा था कि गर्मियों का मौसम समयपूर्व आने और बिजली की औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी के बीच वह ऊर्जा क्षेत्र में कोयले की मांग को पूरा करने की तैयारी कर रही है।

सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में आपूर्ति को प्रभावित करे बगैर धातु, सीमेंट जैसै गैर-नियमित क्षेत्र (एनआरएस) को अधिक मात्रा में कोयले की आपूर्ति करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्पादन में वृद्धि से इसमें मदद मिल रही है। कुछ दिन पहले इस महारत्न कंपनी ने कहा था कि गर्मियों का मौसम समयपूर्व आने और बिजली की औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी के बीच वह ऊर्जा क्षेत्र में कोयले की मांग को पूरा करने की तैयारी कर रही है।

कोल इंडिया लिमिटेड चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में गैर-नियमित क्षेत्र (एनआरएस) के ग्राहकों को कोयला आपूर्ति में 16.6 प्रतिशत वृद्धि के रास्ते पर है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इस तिमाही में अब तक एनआरएस ग्राहकों को कोयले की प्रतिदिन औसतन 3.67 लाख टन की आपूर्ति की गई है। चालू तिमाही में इस क्षेत्र को लगभग 3.3 करोड़ टन कोयला भेजा जाएगा जो तीसरी तिमाही की तुलना में 16.6 प्रतिशत और पिछले वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 10.4 प्रतिशत अधिक होगा।

कोल इंडिया ने कहा, ‘‘जनवरी-मार्च तिमाही में एनआरएस को अधिक आपूर्ति कंपनी के पास भंडार अधिक होने के चलते की गई। ऊर्जा कंपनियों को अधिक आपूर्ति के बावजूद मार्च में भी अब तक कंपनी के पास छह लाख टन प्रतिदिन का कोयला भंडार है।’’ दिसंबर 2022 में खत्म तीसरी तिमाही में कोल इंडिया के पास 3.2 करोड़ टन का भंडार था जो 23 मार्च तक बढ़कर 6.3 करोड़ टन हो गया। चालू वित्त वर्ष के अंत तक इसके और बढ़कर 6.8 करोड़ टन होने का अनुमान है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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