भारत जी-20 बैठकों में रुपये में व्यापार को आगे बढ़ाने पर करेगा विचार: Commerce Secretary

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यह पूछे जाने पर क्या भारत व्यापार और निवेश पर जी-20 की होने वाली बैठक में रुपये में व्यापार को बढ़ावा देने के मामले को आगे बढ़ाने पर गौर करेगा, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से हम रुपये में व्यापार होता देखना चाहेंगे। खासकर उन देशों के साथ, जिनके समक्ष समस्याएं हैं।’’

भारत जी-20 बैठकों में रुपये में व्यापार के मामले को आगे बढ़ाने पर विचार करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि रुपये में व्यापार से खासकर उन देशों के साथ मदद मिलेगी, जिनकी मुद्राएं दबाव में है। यह पूछे जाने पर क्या भारत व्यापार और निवेश पर जी-20 की होने वाली बैठक में रुपये में व्यापार को बढ़ावा देने के मामले को आगे बढ़ाने पर गौर करेगा, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से हम रुपये में व्यापार होता देखना चाहेंगे। खासकर उन देशों के साथ, जिनके समक्ष समस्याएं हैं।’’

उन्होंने यह भी कहा कि रुपये में व्यापार जी-20 मंच से सीधे जुड़ा नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारत रुपये में व्यापार को लेकर अबतक 18 देशों के साथ समझौते करने में सफल रहा है। भारत वर्तमान में भारत में जी-20 का अध्यक्ष है। यहां मंगलवार से शुरू तीन दिन की बैठक में जी-20 देशों, विशेष आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 100 प्रतिनिधयों के भाग लेने की उम्मीद है। बर्थवाल ने कहा कि बैठक में चर्चा के लिए मंत्रालय ने प्राथमिकता वाले पांच क्षेत्रों को पहले ही तैयार कर लिया है।

बैठक में विचार-विमर्श सितंबर में होने वाली जी-20 नेताओं की बैठक के लिये आधारशिला होगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में व्यापार और वृद्धि को अधिक समावेशी बनाना, वैश्विक आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत बनाना, व्यापार में छोटी कंपनियों को एकीकृत करना और नियमों में एकरूपता प्राप्त करने समेत लॉजिस्टिक में सुधार के तरीके शामिल हैं। वाणिज्य सचिव ने कहा कि भारत विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भी सुधार का प्रस्ताव कर रहा है। यह गुजरात के केवडिया में व्यापार और निवेश कार्यकारी समूह की अगली बैठक में एजेंडा का हिस्सा होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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