सेना की कैंटीन में अब नहीं मिलेंगे इम्पोर्टेड सामान और शराब, सरकार ने लगाई रोक

Defence canteens
निधि अविनाश । Oct 24 2020 4:35PM

मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के अनुसार, सीएसडी द्वारा बेची गई 5,500 वस्तुओं में से लगभग 420 आयात की जाती हैं। सभी देशों के बीच, चीन में बहुत सारे आयातित सामान जैसे टॉयलेट ब्रश, इलेक्ट्रिक केटल्स, सैंडविच टोस्टर, लैपटॉप और लेडीज हैंडबैग हैं।

FMCG और शराब से लेकर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फुटवियर तक की कंपनियों को बड़ा झटका लगा है।  सरकार द्वारा नियंत्रित कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट (CSD), जो रक्षा बलों के लिए कैंटीन संचालित करता है, सभी आयातित ’वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गई है। रिपोर्ट के अनुसार, CSD उन वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाएगा जिन्हें अन्य देशों से तैयार रूप में भेजा जाता है। उदाहरण के लिए, शराब खंड में स्कॉटलैंड में बोतलबंद किए जाने वाले स्कॉच ब्रांडों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के अनुसार, सीएसडी द्वारा बेची गई 5,500 वस्तुओं में से लगभग 420 आयात की जाती हैं। सभी देशों के बीच, चीन में बहुत सारे आयातित सामान जैसे टॉयलेट ब्रश, इलेक्ट्रिक केटल्स, सैंडविच टोस्टर, लैपटॉप और लेडीज हैंडबैग हैं।

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उद्योग जगत के विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कदम पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को समर्थन देने के प्रयास का हिस्सा है, जिसे घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। साथ ही सेना की कैंटीन को सीधे आयातित वस्तुओं की खरीद को रोकने का निर्देश दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, "हमें आदेश मिल गया है और औपचारिकता पूरी कर रहे हैं।" "इसे लागू करने में कुछ समय लगेगा।" एक वरिष्ठ उद्योग कार्यकारी के मुताबिक, इनमें से उन कंपनियों को काफी धक्का लगने वाले है जो प्रीमियम उत्पाद जैसे आयातित शराब, हाई-एंड स्मार्टफोन और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बेचती हैं। 

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जानकारी के मुातबिक, सेना की कैंटीन में बेची जाने वाली 10 बोतलों में से चार आमतौर पर ऐसे लोगों के लिए होती हैं जो सशस्त्र बलों में काम नहीं करते हैं जैसे कि दोस्त और परिवार। जिन कंपनियों की सेना कैंटीन में आयातित वस्तुओं का अधिक एक्सपोजर है, वे सबसे अधिक प्रभावित होंगे।

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