Silicon Valley स्थित स्टार्टअप के भारतीय मूल के पूर्व सीईओ धोखाधड़ी के दोषी करार

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अमेरिका के अटॉर्नी कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार प्रौद्योगिकी स्टार्टअप हैडस्पिन के संस्थापक और पूर्व सीईओ मनीष लाचवानी (47) को बृहस्पतिवार को सैन फ्रांसिस्को संघीय अदालत में धोखाधड़ी के तीन मामलों में दोषी पाया गया।

सिलिकॉन वैली स्थित एक प्रौद्योगिकी कंपनी के भारतीय मूल के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) को निवेशकों को को आय बढ़ाकर बताने के मामले में दोषी ठहराया गया है। अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा कि उन्हें प्रतिभूति धोखाधड़ी संबंधी मामले में दोषी ठहराया गया है। अमेरिका के अटॉर्नी कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार प्रौद्योगिकी स्टार्टअप हैडस्पिन के संस्थापक और पूर्व सीईओ मनीष लाचवानी (47) को बृहस्पतिवार को सैन फ्रांसिस्को संघीय अदालत में धोखाधड़ी के तीन मामलों में दोषी पाया गया।

अदालत ने पाया कि मनीष ने संभावित निवेशकों को अपनी योजना बताकर उन्हें कंपनी में निवेश करने के लिए उनके साथ धोखाधड़ी की है। लाचवानी को अगस्त, 2021 में गिरफ्तार किया गया था और उस पर निवेशकों के साथ आठ करोड़ डॉलर की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया था। मनीष ने 2015 में हैडस्पिन की स्थापना की थी और मई, 2020 तक उसके सीईओ के तौर पर काम किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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