FPI का भारतीय शेयरों में निवेश मार्च तिमाही में 11 प्रतिशत घटकर 542 अरब डॉलर पर

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विश्व स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक तरीके से ब्याज दरें बढ़ाए जाने के बीच एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से 37,631 करोड़ रुपये निकाले। वर्ष 1993 में विदेशी निवेश की शुरुआत के बाद से, यह पहली बार है जब एफपीआई दो वित्त वर्षों के लिए लगातार बिकवाल रहे हैं।

नयी दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का निवेश 2023 की मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत घटकर 542 अरब डॉलर रह गया है। मॉर्निंगस्टार की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। जनवरी-मार्च, 2022 में भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई का निवेश 612 अरब डॉलर था। तिमाही आधार पर भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई का निवेश सात प्रतिशत घटा है।

अक्टूबर-दिसंबर, 2022 में यह 584 अरब डॉलर रहा था। इससे पिछली लगातार तीन तिमाहियों में भारतीय शेयर बाजारों में उनका निवेश बढ़ा था। इसके साथ ही भारतीय शेयरों में एफपीआई का बाजार पूंजीकरण मार्च, 2022 के 17.8 प्रतिशत से घटकर 17.3 प्रतिशत रह गया है। वित्त वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड धनराशि निकालने के बाद, एफपीआई ने पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में भी अपनी बिकवाली जारी रखी।

विश्व स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक तरीके से ब्याज दरें बढ़ाए जाने के बीच एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से 37,631 करोड़ रुपये निकाले। वर्ष 1993 में विदेशी निवेश की शुरुआत के बाद से, यह पहली बार है जब एफपीआई दो वित्त वर्षों के लिए लगातार बिकवाल रहे हैं।

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