कौन है निसाबा जिन्हें बनाया गया है Godrej कंपनी का MD और CEO

जब निसाबा साल 2008 में गोदरेज बाेर्ड के साथ शामिल हुई तो उन्होंने इस कंपनी को एक कदम और आगे बढ़ाने के लिए अपने ही क्लासमेट Mark Kahn को कपंनी का वाइस प्रेसिडेंट बनाया जिसकी वजह से गोदरेज कंपनी की विदेशी लीडरशीप में एंट्री हुई। इससे कामकाज के तरीके में बदलाव आया और कंपनी प्रोफिट कमाने लगी।
FMCG यानि की फास्ट मूविंग कन्ज्यूमर गुड्स सामान बनाने वाली कंपनी गोदरेज के एमडी और सीइओ विवेक गंभीर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक अब इस पद की जिम्मेदारी निसाबा गोदरेज संभालेगी। गंभीर इस पद पर 30 जून तक बने रहेंगे। अगस्त 2009 में गोदरेज समूह के साथ काम शुरू करने वाले विवेक गंभीर ने जुलाई 2013 में जीसीपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ का पद संभाला था। बता दें कि निसाबा इस वक्त जीसीपीएल की कार्यकारी चेयरपर्सन हैं।
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कौन है निसाबा गोदरेज
42 साल की निसाबा आदि गोदरेज की सबसे छोटी बेटी है। उन्होंने अपनी स्कूलिंग मुंबई के Cathedral & John Connon School से की। आगे की पढ़ाई के लिए निसाबा अमेरिका चली गई। अमेरिका में उन्होंने University of Pennsylvania के व्हार्टन स्कूल से अपनी बैचलर डिग्री हासिल की। उन्होंने बैचेलर सांइस से की जिसके बाद वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से MBA की तैयारी में जुट गई। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद निसाबा ने साल 2008 में Godrej Agrovet के बाेर्ड के साथ काम किया। साल 2017 में वह जीसीपीएल में कार्यकारी चेयरपर्सन के तौर पर काम करने लगी। बता दें कि गोदरेज ग्रुप के Corporate Social Responsibility की एक्टिविटि 'Good & Green' की भी जिम्मेदारी निसाबा संभाल चुकी है।
निसाबा ने बदला काम करने का तरीका
जब निसाबा साल 2008 में गोदरेज बाेर्ड के साथ शामिल हुई तो उन्होंने इस कंपनी को एक कदम और आगे बढ़ाने के लिए अपने ही क्लासमेट Mark Kahn को कपंनी का वाइस प्रेसिडेंट बनाया जिसकी वजह से गोदरेज कंपनी की विदेशी लीडरशीप में एंट्री हुई। इससे कामकाज के तरीके में बदलाव आया और कंपनी प्रोफिट कमाने लगी। कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट ने कहा कि निसाबा की गोदरेज कंपनी में भले ही एंट्री लेट हुई लेकिन उनके आने के बाद से ही कपंनी को काफी फायदे हुए साथ ही उन्ही की वजह से कंपनी में कई बदलाव भी देखने को मिले। आज गोदरेज कंपनी अगर फायदेमंद में है तो उसके पीछे निसाबा की काबिलियत ही है।
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