सरकार रेलवे ट्रैक के पूर्ण विद्युतीकरण की दिशा में तेजी से काम करेगी: गोयल
‘‘विद्युतीकरण से जुड़े लागों से बातचीत हो रही है। उपकरण और बुनियादी ढांचा की पर्याप्त उपलब्धता को देखना है, हम सब बातों को ध्यान में रखकर पूरे मामले पर फिर से गौर कर रहे हैं।’’
नयी दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार रेलवे ट्रैकों के पूर्ण विद्युतीकरण की दिशा में तेजी से काम करेगी। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी राशि की बचत होगी तथा रेलवे का परिचालन अनुपात सुधरेगा। कोयला मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गोयल ने कहा, ‘‘अभी रेलवे को डीजल पर 16,000 करोड़ रुपये सालाना खर्च करना पड़ रहा है और अगर हम विद्युतीकरण करते हैं तो यह राशि आधी से भी कम रह जाएगी। भारतीय रेलवे पर काफी बोझ है। अन्य खर्च के साथ सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने के बाद जो वेतन बढ़ा है, उससे परिचालन अनुपात ठीक नहीं है। ऐसे में विद्युतीकरण से खर्च कम होगा और परिचालन अनुपात बेहतर होगा।’’
यहां भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के 12वें राष्ट्रीय गुणवत्ता सम्मेलन के दौरान अलग से संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे ट्रैक के नवीनीकरण और उसके रखरखाव को लेकर 2004 और 2014 के बीच निवेश काफी कम हुआ है। इससे भारतीय रेलवे को काफी क्षति पहुंची है। मेरे पूर्ववर्ती सुरेश प्रभु ने इसे तेजी से ठीक करने के लिये काम किया है और हम इसमें और तेजी ला रहे हैं।’’ गोयल ने कहा, ‘‘विद्युतीकरण से जुड़े लागों से बातचीत हो रही है। उपकरण और बुनियादी ढांचा की पर्याप्त उपलब्धता को देखना है, हम सब बातों को ध्यान में रखकर पूरे मामले पर फिर से गौर कर रहे हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि जिस प्रकार उन्होंने बिजली मंत्री रहते एक निश्चित समय में सभी गांवों और घरों को बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा, रेलवे में विद्युतीकरण के मामले में ऐसा कोई लक्ष्य रखेंगे, गोयल ने कहा, ‘‘अभी मैं मंत्रालय में नया हूं। बड़ा मंत्रालय है।
मैं इन सब चीजों पर काम कर रहा हूं, जल्दी ही इस बारे में जवाब दूंगा।’’ कोयले में वाणिज्यिक उत्पादन के बारे में मंत्री ने कहा, ‘‘जल्दी ही हम कोयले में हम वाणिज्यिक खनन शुरू करना चाह रहे हैं। अंतिम रूप से पूरी प्रक्रिया पर काम जारी है और जल्दी ही इस बारे में निर्णय किया जाएगा।’’ उल्लेखनीय है कि हाल में मंत्रिमंडल में फेरबदल में गोयल को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी। वहीं सुरेश प्रभु को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री बनाया गया है। इससे पहले, सम्मेलन में उन्होंने गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि देश को आगे ले जाने के लिये हमें ‘चलता है’, ‘ठीक हो जाएगा’, ‘कोई बात नहीं’ का रुख छोड़ना होगा और गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।
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