नोटबंदी और GST लागू करने इस अधिकारी ने निभाई अहम भूमिका, जानिए कौन हैं RBI के गवर्नर शशिकांत दास

Shashikant Das
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आरबीआई के 25वें गवर्नर के तौर पर कार्यरत शक्तिकांत दास एक शांत स्वभाव के अधिकारी माने जाते हैं। वह वर्ष 2018 में आरबीआई के गवर्नर बनाए गए। बता दें कि वह भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान और 25वें गवर्नर के रूप में कार्यरत हैं।

शक्तिकांत दास आरबीआई के 25वें गवर्नर के तौर पर कार्यरत हैं। शक्तिकांत दास के काम करने का तरीका उन्हें और अधिकारियों से अलग बनाता है। बता दें कि वह काफी शांत स्वभाव के हैं। उन्होंने अपने अब तक के कार्यकाल में कई ऐसे काम किए हैं। जिन्हें करीब-करीब अकल्पनीय माना जाता था। इसके अलावा उन्होंने अपने 25 साल के करियर में कई शानदार उपलब्धियां भी हासिल कीं। आपको बता दें कि आज ही दिन यानि कि 26 फरवरी को शक्तिकांत दास का जन्म हुआ था। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया। आइए जानते हैं शक्तिकांत दास के बारे में...

जन्म और शिक्षा

शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को उड़ीसा राज्य में हुआ था। बता दें कि इनकी शुरूआती शिक्षा बहुउद्देश्यीय स्कूल, भुवनेश्वर में हुई। शशिकांत बचपन से पढ़ने में काफी तेज और कुशाग्र बुद्धि के थे। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया इसके बाद इन्होंने इतिहास में मास्टर डिग्री हासिल की। शक्तिकांत ने अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद आईएएस अधिकारी बनने की तैयारी शुरू कर दी। 

करियर

आपको बता दें कि शक्तिकांत दास कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच भारतीय प्रशासनिक सेवा के IAS अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी। इस दौरान शक्तिकांत दास को आईएएस अधिकारी रहते हुए कई पदों पर कार्यरत रहे। वर्ष 2013 से 2014 तक फर्टिलाइजर सेक्रेटरी ऑफ इंडिया, 2014 से 2015 तक भारत के राजस्व सचिव और वर्ष 2015 से 2017 तक भारत के आर्थिक मामलों के सचिव समेत कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी।

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नोटबंदी

आप सभी को नोटबंदी का समय तो जरूर याद होगा। बता दें कि नोटबंदी के दौरान शक्तिकांत दास की काफी अहम भूमिका रही थी। नोटबंदी के दौरान वर्ष 2016 में वह आर्थिक मामलों के सचिव के पद पर कार्यरत थे। नोटबंदी से जुड़े नए नियमों के बारे में शक्तिकांत दास जानकारी देते थे। नोटबंदी के दौरान उन्होंने सरकार का बचाव किया था। वहीं सरकार ने शक्तिकांत दास के काम से प्रभावित होकर उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया था। नोटबंदी की प्लानिंग और जीएसटी लागू करने का श्रेय शक्तिकांत दास को जाता है। बता दें कि 500 और 2000 रुपए का नया नोट जारी किए जाने और इसकी आपूर्ति बढ़ाने में शक्तिकांत दास की भूमिका अग्रणी रही।

उपलब्धियां

शक्तिकांत दास उड़िया, तमिल, हिंदी और अंग्रेजी सहित कई बोलियों को अच्छे से बोल लेते हैं।

आईएएस अधिकारी के तौर पर उनका 30 से अधिक वर्षों से जुड़ाव है।

वर्ष 2017 में हैम्बर्ग में आयोजित G20 की परिणति के लिए उन्हें भारत के शेरपा के रूप में सम्मानित किया गया था।

शक्तिकांत दास ने उर्जित पटेल के साथ मिलकर भारतीय 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर नए नोट जारी किये ।

लंदन स्थित पत्रिका-द बैंकर द्वारा ‘नेशनल बैंकर ऑफ द ईयर, एशिया-पैसिफिक 2020’ अनुदान प्रदान किया गया।

IMF, G20, BRICS और SAARC सहित कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

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