भारत का सौर कार्यक्रम प्रभावित नहीं होगा: पीयूष गोयल

लंदन। सन एडिसन के ऋण संकट का भारत के सौर योजना कार्यक्रम पर असर पड़ने की चिंताओं के बीच नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट तौर पर कहा कि केवल कुछ कंपनियों के बेहतर काम नहीं करने से भारत के सौर ऊर्जा कार्यक्रम की सफलता प्रभावित नहीं होगी। सन एडिसन के ऋण संकट पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘दुनियाभर में हर उद्योग क्षेत्र में कुछ कंपनियां होती हैं जो असफल हो जाती हैं। एक ऐसा भी समय था जब विश्व के कई हिस्सों में बहुत बड़ी-बड़ी विमानन कंपनियां असफल हो गई थीं। ब्रिटेन में भी इस्पात उद्योग इस समय असफल है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इससे उद्योग का वह पूरा क्षेत्र ही धराशायी हो गया।’’
उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा मंगलवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में एक-दो कंपनी के ऐसे उदाहरण हो सकते हैं जो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर रहे या किसी समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ दो कंपनियां ही शुल्क को नीचे लाने में मदद करतीं। हमारे पास करीब 50 कंपनियां हैं जिन्होंने सन एडिसन और स्काई पावर द्वारा बताए गए शुल्क से भी कम शुल्क बताया है। तो इसलिए मेरा मानना है कि यह किसी भी तरह से सौर कार्यक्रम की सफलता को प्रभावित नहीं करेगा।’’
गोयल ने कहा कि भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं जिन्होंने सौर ऊर्जा क्षेत्र में कई ठेके पाए हैं और वह भी इन दोनों कंपनियों से ज्यादा प्रतिस्पर्धी कीमत पर। गोयल के पास नवीनीकरण ऊर्जा के साथ साथ बिजली और कोयला मंत्रालयों का भी प्रभार है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि एक अथवा दो कंपनियों के साथ समस्या आती है तो दूसरी कंपनियां उन परियोजनाओं को ले सकतीं हैं.. निवेशकों को इसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। बैंकों को भी इसके लिये चिंता नहीं करनी चाहिये। बाजार में कंपनियों ने जितना काम हाथ में लिया है उससे बड़ी मात्रा में काम लेने की उनमें रुचि है।’'
अन्य न्यूज़