भारत डब्ल्यूटीओ के सौर संबंधी आदेश के खिलाफ करेगा अपील

भारत अगले कुछ दिनों में उस फैसले के खिलाफ अपील करेगा जिसमें कहा गया है कि सौर ऊर्जा कंपनियों के साथ देश के बिजली खरीद समझौते अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं हैं।

लंदन। भारत अगले कुछ दिनों में विश्व व्यापार संगठन की सौर ऊर्जा समिति के उस फैसले के खिलाफ अपील करेगा जिसमें कहा गया है कि सौर ऊर्जा कंपनियों के साथ देश के बिजली खरीद समझौते अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं हैं। डब्ल्यूटीओ का यह आदेश फरवरी में अमेरिका की शिकायत पर आया जिसमें उसने अमेरिकी कंपनियों के साथ मामले में भेद-भाव का आरोप लगाया था। फैसले के खिलाफ भारत कब अपील करेगा, इस सवाल पर बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में।’’

विवाद निपटान समिति के आदेश को विश्व व्यापार संगठन की अपीलीय संस्था में चुनौती दी जा सकती है। सीआईआई द्वारा यहां आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘हमने पाया कि अमेरिका के 16 कार्यक्रम ऐसे हैं जिसमें वह अपने घरेलू विनिर्माताओं को मदद कर रहा है।’’ उनका कहना है कि इस दलील से भारत के मामले को मदद मिलेगी। अमेरिका ने 2014 में सौर ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े एक मामले में भारत को विश्व व्यापार संगठन में घसीटा था जिसमें आरोप लगाया गया था कि देश के सौर बिजली मिशन का घरेलू सामग्री अनिवार्यता (डीसीआर) से जुड़ा प्रावधान भेदभावपूर्ण है और इससे अमेरिकी सौर बिजली उत्पादकों का लाभ समाप्त हो जायेगा। यह दूसरा मामला था जिसमें भारत की विश्व व्यापार संगठन में अमेरिकी आरोप के सामने हार हुई। इससे पहले जून 2015 में एक अन्य मामले में भारत की हार हुई जिसमें अमेरिका से आयातित पॉल्ट्री मांस, अंडे आदि पर प्रतिबंध को वैश्विक मानदंडों के प्रतिकूल ठहराया गया था।

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