ONGC का चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 19 गुना होकर 9,869 करोड़ रुपये पर

कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में शुद्ध लाभ 528 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार, भारत की शीर्ष तेल तथा गैस उत्पादक ने एक अप्रैल, 2016 से 31 मार्च, 2022 की अवधि के वास्ते विवादित करों के लिए जनवरी-मार्च 2023 तिमाही में 9,235 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का बीते वित्त वर्ष की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 19 गुना होकर 9,869 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को एक बड़ा एकमुश्त प्रावधान करना पड़ा था, जिससे उसका मुनाफा कम रहा था। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में शुद्ध लाभ 528 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार, भारत की शीर्ष तेल तथा गैस उत्पादक ने एक अप्रैल, 2016 से 31 मार्च, 2022 की अवधि के वास्ते विवादित करों के लिए जनवरी-मार्च 2023 तिमाही में 9,235 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
ओएनजीसी की जनवरी-मार्च तिमाही में परिचालन आय 4.6 प्रतिशत घटकर 34,637 करोड़ रुपये रही। ओएनजीसी का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कच्चे तेल का उत्पादन 4.3 प्रतिशत बढ़कर 47.1 लाख टन रहा है। पूरे 2023-24 के वित्त वर्ष (अप्रैल 2023 से मार्च 2024) के लिए ओएनजीसी ने 1.38 लाख करोड़ रुपये के राजस्व पर 40,526 करोड़ रुपये का अबतक का सबसे अधिक एकल शुद्ध लाभ दर्ज किया।
समूचे वित्त वर्ष के लिए तेल उत्पादन 0.7 प्रतिशत कम होकर 1.84 करोड़ टन रहा। कंपनी ने 15,411 करोड़ रुपये के कुल भुगतान के साथ 245 प्रतिशत (पांच रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर 12.25 रुपये) के कुल लाभांश की घोषणा की है। इसमें वर्ष के दौरान पहले से भुगतान किया गया 195 प्रतिशत का अंतरिम लाभांश (9.75 रुपये प्रति शेयर) और निदेशक मंडल द्वारा मंजूर 50 प्रतिशत (2.50 रुपये प्रति शेयर) का अंतिम लाभांश शामिल है।
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