भारत दुनिया के लिए उम्मीद की किरण बनेगा: Oyo founder

Oyo
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उन्होंने मोदी सरकार के नौ साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत स्टार्टअप का केंद्र बन गया है, जिसने ओला राइड शेयरिंग, ओयो रूम्स और पेटीएम जैसी नई उम्र की सेवाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं के बिना आज कोई नहीं रह सकता है, जबकि मोदी सरकार के नौ साल से पहले इनका अस्तित्व नहीं था।

भारत स्टार्टअप चलाने वाले अपने युवाओं के बल पर दुनिया के लिए उम्मीद की किरण बनेगा। आतिथ्य और यात्रा प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी ओयो के संस्थापक एवं समूह सीईओ रितेश अग्रवाल ने शनिवार को यह बात कही। उन्होंने मोदी सरकार के नौ साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत स्टार्टअप का केंद्र बन गया है, जिसने ओला राइड शेयरिंग, ओयो रूम्स और पेटीएम जैसी नई उम्र की सेवाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं के बिना आज कोई नहीं रह सकता है, जबकि मोदी सरकार के नौ साल से पहले इनका अस्तित्व नहीं था।

अग्रवाल ने कहा, मेरी राय में, भारत दुनिया के लिए उम्मीद की किरण बनेगा और निश्चित रूप से भारत को स्टार्टअप चलाने वाले युवा आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि ओयो की शुरुआत भी 2014 में शुरू हुई थी और कंपनी ने एक ऐसा परिवेश देखा है, जहां भारत केवल आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इन नौ वर्षों में भारत की स्टार्टअप क्रांति ने करीब 300 अरब अमेरिकी डॉलर का बाजार पूंजीकरण तैयार किया है। बायोकॉन की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने कार्यक्रम में वीडियो संदेश के जरिए कहा कि उन्होंने पिछले नौ वर्षों में कई परिवर्तनकारी पहल हुईं, जिसने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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