राफेल मुद्दा: रक्षा मंत्री ने पूछा, क्या विपक्ष को कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में उपयोग किया जा रहा है
सीतारमण ने ‘राफेल सौदे के संदर्भ में भारत के सामरिक हित’ पर एक संगोष्ठी में कहा, ‘‘ क्या भारत का हित आपके एजेंडा में शीर्ष पर है या आप किसी तरह की कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में भागीदार बन रहे हैं।
नयी दिल्ली। राफेल सौदे को लेकर विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि क्या वे लोग (विपक्ष) कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में प्यादे बन गये हैं और क्या 36 लड़ाकू विमानों की खरीद नाकाम की जा रही है। सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से रक्षा मंत्रालय के गलियारों से बिचौलियों को दूर रखने की सचेत कोशिश रही है।
Defence Minister Nirmala Sitharaman: Chief of Air Force was called a liar by our opponents for just calling the #Rafale a good aircraft. He didn't say he loves PM Modi or he likes BJP. He just said it is a damn good aircraft, that's his business to say. pic.twitter.com/CwNJuT2fb8
— ANI (@ANI) January 19, 2019
उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में शामिल हुए बगैर जितना हो सके इस बहस के हर पहलू को विस्तार से बताया जाए। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार को लगातार धौंस जमाने के लिए, लोगों के बीच लगातार झूठ फैलाने के लिए और लोगों को गलत सूचना देने के लिए हम कॉरपोरेट के प्यादे नहीं बन सकते। राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे में हर विमान की खरीद पहले की तुलना में 41. 42 प्रतिशत बढ़ने संबंधी एक अखबार की खबर के बाद रक्षा मंत्री ने विपक्षी दलों पर प्रहार किया।
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सीतारमण ने ‘राफेल सौदे के संदर्भ में भारत के सामरिक हित’ पर एक संगोष्ठी में कहा, ‘‘ क्या भारत का हित आपके एजेंडा में शीर्ष पर है या आप किसी तरह की कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में भागीदार बन रहे हैं। क्या आपका मकसद इस खरीद को नाकाम करने का है? यदि यह मकसद खरीद रोकने का है? तो फिर यह राष्ट्र का अहित है। ’’
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