8 प्रतिशत से अधिक बढ़ोत्तरी के साथ यात्री वाहनों की बिक्री वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड 42 लाख के पार : SIAM

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ANI

उद्योग संगठन सियाम के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में देश में यात्री वाहनों की थोक बिक्री सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 42,18,746 इकाई हो गई है। तो वहीं पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में कुल यात्री वाहन आपूर्ति 38,90,114 इकाई रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023-24 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 13.3 प्रतिशत बढ़कर 1,79,74,365 इकाई रही है।

नयी दिल्ली । देश में यात्री वाहनों की थोक बिक्री वित्त वर्ष 2023-24 में सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 42,18,746 इकाई हो गई। उद्योग संगठन सियाम ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। वित्त वर्ष 2022-23 में कुल यात्री वाहन आपूर्ति 38,90,114 इकाई रही थी। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 13.3 प्रतिशत बढ़कर 1,79,74,365 इकाई रही, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 1,58,62,771 इकाई थी। समीक्षाधीन अवधि में सभी श्रेणियों में वाहन बिक्री 12.5 प्रतिशत बढ़कर 2,38,53,463 इकाई रही जो वित्त वर्ष 2022-23 में 2,12,04,846 इकाई थी। 

हालांकि, पिछले वित्त वर्ष में निर्यात 5.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 45,00,492 इकाई रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 47,61,299 इकाई था। सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारत सरकार की अनुकूल नीतियों के साथ 7.6 प्रतिशत की मजबूत आर्थिक वृद्धि की पृष्ठभूमि में भारतीय वाहन उद्योग ने पिछले वित्त वर्ष में घरेलू उद्योग में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ संतोषजनक प्रदर्शन किया है। ’’

उन्होंने कहा कि वृद्धि का नेतृत्व यात्री वाहन (पीवी) खंड ने किया, जिसका बिक्री आंकड़ा करीब 50 लाख इकाइयों को छू गया। इसमें 42 लाख इकाइयों की घरेलू बिक्री और सात लाख इकाइयों का निर्यात शामिल है। सियाम के अनुसार, यात्री वाहन खंड में एसयूवी सहित यूटिलिटी वाहन की बिक्री वित्त वर्ष 2023-24 में 25.8 प्रतिशत बढ़कर 25,20,691 इकाई हो गई जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 20,03,718 इकाई थी। 

अग्रवाल ने कहा कि दोपहिया वाहन खंड में वृद्धि जारी रही। इसकी बिक्री 13 प्रतिशत से अधिक बढ़तकर करीब 1.8 करोड़ इकाई रही। हालांकि यह अब भी वित्त वर्ष 2018-19 में 2.1 करोड़ इकाइयों के रिकॉर्ड से कम है। उन्होंने कहा कि यात्री कार और दोपहिया वाहन खंड के कम दाम के वाहनों की श्रेणियों को अब भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर नहीं आई है। चालू वित्त वर्ष के लिए बिक्री परिदृश्य पर अग्रवाल ने कहा कि मोटर वाहन उद्योग आशावादी है क्योंकि व्यापक आर्थिक परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छे मॉनसून के साथ, हम इस साल भी उद्योग के लिए निरंतर वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।’’

अग्रवाल ने कहा, चालू वित्त वर्ष 2024-25 में उद्योग को एकल अंक में वृद्धि देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के कारण बाजार में कुछ नरमी हो सकती है, लेकिन वर्ष के बाकी समय में मांग में जोरदार बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। सियाम ने साथ ही बताया कि मार्च में यात्री वाहनों की थोक बिक्री सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 3,17,976 इकाई रही।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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