सेबी प्रमुख अगले सप्ताह शेयर बाजारों के अधिकारियों से मिलेंगे
![Sebi chief to meet officials of stock exchanges next week Sebi chief to meet officials of stock exchanges next week](https://images.prabhasakshi.com/2018/5/_650x_2018053013081021.jpg)
पूंजी बाजार नियामक सेबी के प्रमुख अगले सप्ताह शेयर बाजारों, जिंस एक्सचेंजों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान शेयर बाजारों के कारोबारी प्लेटफार्म में व्यावधान पैदा होने सहित बाजार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया जायेगा।
नयी दिल्ली। पूंजी बाजार नियामक सेबी के प्रमुख अगले सप्ताह शेयर बाजारों, जिंस एक्सचेंजों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान शेयर बाजारों के कारोबारी प्लेटफार्म में व्यावधान पैदा होने सहित बाजार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया जायेगा। शेयर बाजारों के अधिकारियों के अनुसार यह बैठक छह जून को होनी तय है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अध्यक्ष अजय त्यागी छह जून को शेयर बाजारों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इस दौरान शेयर बाजारों के अधिकारी सेबी अध्यक्ष को पूंजी बाजार से जुड़े विभिन्न घटनाक्रमों से अवगत करायेंगे। इसके साथ ही इस दौरान नियामक बाजारों में ढांचागत संस्थानों से जुड़ी आर गांधी समिति रिपोर्ट पर भी बातचीत कर सकते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक बातचीत में एमसीएक्स की व्यापार प्रणाली में तकनीकी समस्या आने और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के वेब आधारित प्रणाली नाउ में सामने आई गड़बड़ी का मुद्दा भी उठ सकता है। नियामक ने इन दोनों एक्सचेंजों में हुई गड़बड़ी को लेकर पहले ही अपनी शुरूआती जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि नियामक ऐसे मामलों में जरूरी सुरक्षोपाय प्रणाली को लेकर गौर कर सकते हैं। एक्सचेंजों में क्या इस तरह की स्थिति से बचने के लिये जरूरी उपाय किये गये थे इस पर जानकारी ले सकते हैं। पिछले साल जुलाई में नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) में तकनीकी खराबी की वजह से तीन घंटे तक कारोबार रूका रहा। इसके बाद 24 मई को एक्सचेंज के वेब आधारित कारोबारी प्रणाली नाउ में भी भी व्यावधान पैदा हुआ। इस दौरान कारोबारियों को अपने साफ्टवेयर और हार्डवेयर का इस्तेमाल करना पड़ा। इसके अलावा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में भी पिछले साल सितंबर में कारोबार रुका रहा। इसके बाद 25 मई को भी इसके प्लेटफार्म में तकनीकी गड़बड़ी पैदा हुई।
अन्य न्यूज़