सेंसेक्स 296 अंक टूटकर एक महीने के निचले स्तर पर, निफ्टी 9,900 अंक से नीचे

Sensex closes at one month low drops 296 points in lacklustre trade

शेयर बाजारों में लगातार पांचवें दिन गिरावट का रुख जारी रहा। वैश्विक बाजारों के नकारात्मक संकेतों तथा विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 296 अंक टूटकर करीब एक महीने के निचले स्तर पर आ गया।

मुंबई। शेयर बाजारों में लगातार पांचवें दिन गिरावट का रुख जारी रहा। वैश्विक बाजारों के नकारात्मक संकेतों तथा विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 296 अंक टूटकर करीब एक महीने के निचले स्तर पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 9,900 अंक से नीचे फिसल गया। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को लगातार चौथे कार्यकाल के लिए चुनाव में जीत मिली है, लेकिन अगली सरकार बनाने के लिए उन्हें असहज गठजोड़ करना होगा। इससे जर्मनी के बाजारों में गिरावट का रुख रहा।

एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का रुख रहा, वहीं यूरोपीय बाजारों से भी अच्छी खबर नहीं मिली। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ 31,986.40 अंक पर खुला और कुछ समय के लिए इसने 32,000 अंक के स्तर को भी हासिल किया। एक समय यह 32,016.52 अंक तक पहुंच गया। लेकिन इसके बाद यह 31,474.56 अंक तक नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 295.81 अंक या 0.93 प्रतिशत के नुकसान से 31,626.63 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 501.32 अंक टूटा है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 91.80 अंक या 0.92 प्रतिशत के नुकसान से 9,872.60 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 9,816.05 अंक से 9,960.50 अंक के दायरे में रहा।

29 अगस्त के बाद यह सेंसेक्स व निफ्टी का निचला स्तर है। रुपये में भी गिरावट रही। आज कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में अच्छी खासी गिरावट आई। इसके अलावा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से भी बाजार धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ा। विदेशी बाजारों में कच्चा तेल 56.86 प्रति डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंच गया है। इससे भी बाजार प्रभावित हुआ। ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिका उत्तर कोरिया के बीच तनाव जारी रहने से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, ‘‘उत्तर कोरिया को लेकर तनाव की वजह से एशियाई बाजारों में कमजोरी रही। अब बाजार की निगाह सरकार से प्रोत्साहन पर टिकी हैं।’’  सेंसेक्स की कंपनियों में अडाणी पोटर्स का शेयर सबसे अधिक 3.29 प्रतिशत टूटकर 388.05 रुपये पर आ गया। इसके बाद कोटक बैंक का नंबर रहा। ल्यूपिन, टाटा स्टील, आईटीसी तथा महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.20 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर कोल इंडिया का शेयर 2.20 प्रतिशत चढ़ गया। विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में रीयल्टी में सबसे अधिक 3.46 प्रतिशत का नुकसान रहा। इसके बाद स्वास्थ्य सेवा, पूंजीगत सामान और धातु खंड का नंबर रहा।

बीएसई स्मॉलकैप में 2.02 प्रतिशत तथा मिडकैप में 1.14 प्रतिशत का नुकसान रहा। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने गत शुक्रवार को 1,241.73 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 521.17 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक बाजारों में हालांकि जापान का निक्की 0.50 प्रतिशत चढ़ गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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