सेंसेक्स में 887 अंक के उछाल के साथ हुआ बंद, ओमीक्रोन के खतरे से उबरा बाजार

Sensex jumps 887 points as global markets rise

वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ सेंसेक्स 887 अंक उछला।विशेषज्ञों के अनुसार, ओमीक्रोन को लेकर एक अध्ययन के सामने आने के बाद वैश्विक शेयर बाजारों को कुछ राहत मिली है। अध्ययन में कहा गया है कि हालांकि यह तेजी से फैल रहा है, लेकिन इसका असर डेल्टा स्वरूप के मुकाबले हल्का है।

मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर मंगलवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स में 887 अंक का उछाल आया। कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंता कम होने के बीच वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के साथ घरेलू बाजार में तेजी लौटी। विशेषज्ञों के अनुसार, ओमीक्रोन को लेकर एक अध्ययन के सामने आने के बाद वैश्विक शेयर बाजारों को कुछ राहत मिली है। अध्ययन में कहा गया है कि हालांकि यह तेजी से फैल रहा है, लेकिन इसका असर डेल्टा स्वरूप के मुकाबले हल्का है। धातु तथा बैंक शेयरों में लिवाली के साथ डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में सुधार से भी धारणा को बल मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 886.51 अंक यानी 1.56 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,633.65 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार एनएसई निफ्टी 264.45 अंक यानी 1.56 प्रतिशत उछलकर 17,176.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 3.63 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टाटा स्टील रही। इसके अलावा एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन और बजाज फाइनेंस में प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, सिर्फ एशियन पेंट्स में 0.22 प्रतिशत की गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘चौतरफा लिवाली से घरेलू बाजार में तेजी आयी। हालांकि, स्वास्थ्य से जुड़े शेयरों में गिरावट रही। वैश्विक बाजारों में ओमीक्रोन को लेकर अध्ययन से समर्थन मिला। इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस का यह स्वरूप घातक नहीं है। इसके अलावा चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत उपायों के जरिये नकदी बढ़ाये जाने के उपायों से चीनी बाजार मेंतेजी रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में बैंक तथा वित्तीय शेयरों में तेजी रही। इसका कारण मौद्रिक नीति समिति की बुधवार को पेश की जाने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा है। ऐसी संभावना है कि आरबीआई अल्पकालीन अनिश्चिततताओं को देखते हुए नीतिगत दर को यथावत रखेगा।’’

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘निवेशकों की लिवाली से वैश्विक बाजारों में तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा। बैंक तथा धातु शेयरों में तेजी के साथ बाजार में लाभ रहा। हाल के सत्रों में इन दोनों खंडों में काफी गिरावट आयी है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर कारोबार के दौरान तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.26 प्रतिशत बढ़कर 74.73 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया मामूली चार पैसे की बढ़त के साथ 74.73 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल बने रहें। उन्होंने 3,361.28 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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