सीतारमण ने नागर विमानन मंत्रालय, दूरसंचार विभाग से परियोजना क्रियान्वयन में तेजी लाने को कहा
आधिकारिक बयान के अनुसार, मंत्री ने अधिकारियों से परियोजनाओं के क्रियान्वयन के साथ कोष जारी होने पर भी नजर रखने को कहा। सीतारमण ने कहा कि सरकार के लिये बुनियादी ढांचा परियोजनाएं प्राथमिकता है। पूंजीगत व्यय के लिये जरूरी कोष उपलब्ध कराया जाएगा।
नयी दिल्ली| वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को नागर विमानन मंत्रालय और दूरसंचार विभागों के पूंजीगत व्यय की समीक्षा की तथा दोनों विभागों से परियोजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा।
आधिकारिक बयान के अनुसार, मंत्री ने अधिकारियों से परियोजनाओं के क्रियान्वयन के साथ कोष जारी होने पर भी नजर रखने को कहा। सीतारमण ने कहा कि सरकार के लिये बुनियादी ढांचा परियोजनाएं प्राथमिकता है। पूंजीगत व्यय के लिये जरूरी कोष उपलब्ध कराया जाएगा।
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उन्होंने आर्थिक मामलों के विभाग से नागर विमानन मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने को कहा ताकि और परियोजनाओं पर काम शुरू हो तथा 2022-23 में पूंजीगत व्यय मौजूदा लक्ष्य से अधिक हो।
सीतारमण ने दूरसंचार विभाग से केंद्रीय लोक उपक्रम पूंजी व्यय, संपत्ति को बाजार पर चढ़ाने की योजना में तेजी लाने को कहा। साथ ही संपत्ति को बाजार पर चढ़ाने की योजना को अंतिम रूप देने के लिये निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम)के साथ मिलकर काम करने को कहा।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिलों को ध्यान में रखकर पूर्वोत्तर क्षेत्र में डिजिटल विस्तार योजनाओं में तेजी लाने की जरूरत है। समीक्षा बैठक में आर्थिक मामलों, नागर विमानन और दूरसंचार विभाग के सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में 5.54 लाख करोड़ रुपये के पूंजी व्यय का प्रावधान किया गया है। यह 2020-21 के बजटीय अनुमान से 34.5 प्रतिशत अधिक है।
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