लॉकडाउन में तमिलनाडु को हुआ 35 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान: मुख्यमंत्री

Tamil Nadu

तमिलनाडु सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन से एक दिन पहले ही यानी 24 मार्च को लॉकडाउन लागू किया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद केंद्र सरकार आगे के लिये क्या तय करती है, राज्य उस पर गौर करेगा।

सलेम (तमिलनाडु)। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन तथा अन्य उपायों के कारण तमिलनाडु को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से होने वाले राजस्व में 35 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री के. पलानीसामी ने शनिवार को यह कहा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसके कारण विकास की योजनाएं प्रभावित नहीं होंगी। उन्होंने वित्त विभाग का हवाला देते हुए कहा कि लॉकडाउन के कारण मार्च के आखिरी सप्ताह, अप्रैल और मई में राज्य को अनुमानित रूप से 35,000 करोड़ रुपये के जीएसटी राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने अधिक जानकारी दिये बिना संवाददाताओं से कहा, स्थिति को संभालने के लिये विभिन्न उपाय किये गये हैं, लेकिन वे विकास की योजनाओं को प्रभावित नहीं करेंगे क्योंकि ये योजनाएं रोजगार सृजन सुनिश्चित करती हैं।

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तमिलनाडु सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन से एक दिन पहले ही यानी 24 मार्च को लॉकडाउन लागू किया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद केंद्र सरकार आगे के लिये क्या तय करती है, राज्य उस पर गौर करेगा। लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों से भी परामर्श करेगी। उन्होंने खेती और औद्योगिक क्षेत्रों सहित अन्य क्षेत्रों को पाबंदियों से दी गयी कई छूट का जिक्र किया। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महामारी का सामुदायिक संक्रमण नहीं हो रहा है और सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिये सही कदम उठाये।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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