Wipro का चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 7.8 की गिरावट के साथ 2,834.6 करोड़ रुपये

Wipro
प्रतिरूप फोटो
Creative Common

विप्रो का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 7.8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,834.6 करोड़ रुपये रहा। शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि परिचालन आय सालाना आधार पर 4.2 प्रतिशत घटकर 22,208.3 करोड़ रुपये रही। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,074.5 रुपये था।

बेंगलुरु । सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 7.8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,834.6 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि परिचालन आय सालाना आधार पर 4.2 प्रतिशत घटकर 22,208.3 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ (कंपनी के इक्विटी धारकों से जुड़ा) 7.8 प्रतिशत घटकर 2,834.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,074.5 रुपये था। 

विप्रो ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए आईटी सेवाओं से आय के लिए अनुमान (-) 1.5 प्रतिशत से (+) 0.5 प्रतिशत रखा है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही की अपनी संभावनाओं पर कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि हमारे आईटी सेवा व्यवसाय खंड से राजस्व 2,61.7 से 2,67 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बीच रहेगा।’’ पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में शुद्ध लाभ इससे पूर्व वित्त वर्ष के मुकाबले 2.6 प्रतिशत घटकर 11,045.2 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की परिचालन आय 89,760.3 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 0.8 प्रतिशत कम है। 

शेयर बाजार को दी सूचना के अनुसार, कंपनी के निदेशक मंडल ने 31 जुलाई 2024 से 30 जुलाई 2029 तक पांच साल की अवधि के लिए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में रिशद ए. प्रेमजी की पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी। 31 जुलाई 2024 से 30 जुलाई 2029 तक पांच साल की अवधि के लिए गैर-कार्यकारी, गैर-स्वतंत्र निदेशक के रूप में अजीम एच. प्रेमजी की पुनर्नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी गई है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़