टेस्टी कॅरियर विकल्प है फूड क्रिटिक बनना, मिलता है खूब पैसा

make career as food critic

आज के समय में जब आप कहीं बाहर खाना खाने के लिए जाते हैं तो पहले उस होटल के रिव्यू के बारे में पढ़ते हैं। आप यह जानना चाहते हैं कि किसी होटल की खूबी क्या है और आपको क्या खाना चाहिए।

आज के समय में जब आप कहीं बाहर खाना खाने के लिए जाते हैं तो पहले उस होटल के रिव्यू के बारे में पढ़ते हैं। आप यह जानना चाहते हैं कि किसी होटल की खूबी क्या है और आपको क्या खाना चाहिए। इन सभी जानकारी को पहुंचाने का काम आपके पास तक करता है फूड क्रिटिक। यह एक ऐसा ऑफबीट और अनकॉमन कॅरियर है, जिसमें आपको काफी टेस्ट आने वाला है। अगर आपकी लेखनी में दम है और आप विभिन्न तरह की डिशेज को चखकर उसकी खासियतों को अच्छे से बयां कर सकते हैं तो बतौर फूड क्रिटिक अपना एक उज्ज्वल भविष्य देख सकते हैं− 

स्किल्स

अगर आप फ्रूड क्रिटिक बनने का ख्वाब देख रहे हैं तो सबसे पहले तो आपका टेस्ट बड अच्छा होना चाहिए। अर्थात् आपको हर तरह के खाने व उसके स्वाद की बेहतर समझ होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त बेहतर टेस्ट बड के साथ−साथ आपको उसे अच्छी तरह बयां करना भी आना चाहिए। अगर आपकी लेखनी में दम नहीं होगा, तो आप अपने भावों को अच्छी तरह व्यक्त नहीं कर पाएंगे। साथ ही आपके द्वारा लिखे गए लेख को कोई भी पढ़ना पसंद नहीं करेगा। वहीं इस क्षेत्र में आपको एक बेहतर डिश की खोज के लिए अपने व अन्य शहरों के विभिन्न होटलों, स्ट्रीट फूड की विभिन्न स्टॉल पर भी घूमना पड़ता है। इसलिए आपको उसके लिए भी तैयार रहना होगा। इस क्षेत्र में केवल वही अपनी पहचान बना सकते हैं, जिनमें अपने काम के प्रति जुनून हो।

कार्यक्षेत्र

एक फूड क्रिटिक का मुख्य कार्य विभिन्न रेस्त्रां, कैफे, शॉप, फूड मेन्योफेक्चर और अन्य फूड आउटलेट के बारे में अपनी निष्पक्ष राय रखना होता है। आपका काम होता है कि आप बेहद ईमानदारी से किसी भी होटल या रेस्त्रां की खूबियों व खामियों से लोगों को अवगत कराएं। साथ ही रिव्यू लिखते समय एक फूड क्रिटिक को इस बात का भी ख्याल रखना होता है कि हर व्यक्ति का टेस्ट अलग होता है। हो सकता है कि जो फूड आइटम आपको पसंद आए, वह अन्य लोगों को उतना अच्छा न लगे। इसलिए जब भी आप किसी होटल या डिश के बारे में लिखें तो रीडर्स को इस तरह बयां करें कि आपका रिव्यू पढ़ने के बाद लोग यह सुनिश्चित कर पाएं कि उन्हें वह फूड आइटम पसंद आएगा या नहीं। इसके अतिरिक्त एक फूड क्रिटिक सिर्फ फूड आइटम के बारे में ही नहीं लिखता, बल्कि वह रेस्त्रां की खूबियों, वहां पर दी जाने सर्विसेज व उनके फूड आइटम्स के प्राइज के बारे में भी लोगों को बताता है।

योग्यता

इस क्षेत्र में भविष्य देख रहे व्यक्तियों को पहले हर तरह के फूड आइटम और उसकी खूबी के बारे में पता होना चाहिए। इस बारीकी को सीखने के लिए आप पहले किसी कुकिंग स्कूल में कोर्स कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त होटल मैनेजमेंट कोर्स या फिर किसी रेस्त्रां में पहले काम कर सकते हैं, ताकि आपके भीतर खाने को लेकर एक अच्छी समझ विकसित हो सके। इसके अतिरिक्त अपनी लेखनी को बेहतर बनाने के लिए आप पत्रकारिता का कोर्स कर सकते हैं। कोर्स के दौरान आपके भीतर यह समझ विकसित होगी कि किसी भी लेख को आप दर्शकों के समक्ष कैसे प्रस्तुत करेंगे। 

संभावनाएं

डिजिटल युग में आपको एक फूड क्रिटिक के रूप में खुद को स्थापित करने में उतनी जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। इस क्षेत्र में आप पार्ट टाइम या फुल टाइम वर्क कर सकते हैं। आप विभिन्न अखबारों, फूड मैगजीन, रिव्यू वेबसाइट, सिटी गाइडबुक, टीवी फूड चैनल्स व रेडियो प्रोग्राम्स के लिए काम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त बतौर फ्रीलांसर भी आप अपनी सेवाएं दे सकते हैं। अगर आपका तकनीकी ज्ञान भी बेहतर है तो आप खुद का ब्लॉग व वेबसाइट भी बना सकते हैं। वहीं थोड़े अनुभव के बाद खुद की एक कुक बुक को लिखकर पब्लिश करना भी एक अच्छा विचार हो सकता है। 

आमदनी 

इस क्षेत्र में आपकी आमदनी इस बात पर निर्भर करेगी कि आप किस शहर में और किस पब्लिशर के लिए काम कर रहे हैं। वहीं अगर आप खुद की वेबसाइट चला रहे हैं तो भी आपकी आमदनी आपकी वेबसाइट की पापुलैरिटी पर निर्भर होगी।

प्रमुख संस्थान

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, विभिन्न केन्द्र।

इंस्टीटयूट ऑफ मीडिया स्टडीज, भुवनेश्वर।

जीआर पाटिल कॉलेज ऑफ आर्टस, महाराष्ट्र।

लुधियाना ग्रुप ऑफ कॉलेज, लुधियाना।

चंडीगढ़ इंस्टीटयूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़।

-वरूण क्वात्रा

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