खिलाड़ियों को पसंद नहीं आ रहा था कोहली का रवैया इसलिए उनके खिलाफ खोला मोर्चा !

Kohli
अंकित सिंह । Sep 20 2021 12:43PM

सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि कोहली की एटीट्यूड कई खिलाड़ियों को पसंद नहीं आ रही थी। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि विराट कोहली और बाकी के खिलाड़ियों में लगातार संवाद की कमी होती जा रही थी।

जब से ही विराट कोहली ने टीम इंडिया के लिए टी20 की कप्तानी छोड़ने के बात कही है, तब से उन्हें लेकर लगातार चर्चा जारी है। हालांकि, कोहली की कप्तानी को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे लेकिन टी-20 विश्वकप से ठीक पहले कप्तानी छोड़ने का ऐलान कई अलग-अलग संकेत दे रहा है। सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक कई सीनियर खिलाड़ियों ने कप्तान कोहली की शिकायत बीसीसीआई के अधिकारियों से की थी। सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि कोहली की एटीट्यूड कई खिलाड़ियों को पसंद नहीं आ रही थी। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि विराट कोहली और बाकी के खिलाड़ियों में लगातार संवाद की कमी होती जा रही थी।

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कोहली ने खोया सम्मान

सूत्रों ने दावा किया है कि टेस्ट चैंपियन के फाइनल मुकाबले में हार के साथ ही कोहली की पकड़ टीम से ढीली होती गई। वह खिलाड़ियों की नजर में उतने सम्मानित नहीं रहे। खिलाड़ियों को उनका रवैया बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा था। वह एक प्रेरणादायक नेतृत्व को लेकर आगे नहीं बढ़ पा रहे थे और यही कारण है कि खिलाड़ियों नजर में वह अब सम्मानित नहीं थे। कई बार तो वह खिलाड़ियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार भी नहीं करते थे। खबर ऐसी भी है कि टीम के एक कोच से भी उनके खटपट हो गई थी। हालांकि इस मामले को लेकर अब तक सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है। डब्ल्यूटीसी के फाइनल में ना तो बैटिंग और ना ही बौलिंग में भारत अच्छा कर पाया। कप्तान  होने के नाते कोहली को जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा बयान दिया जो खिलाड़ियों को पसंद नहीं आया। विराट कोहली ने यह कहा था कि खिलाड़ियों के अंदर वह इरादा और जज्बा नहीं था। इस बयान के बाद खिलाड़ी कोहली से नाराज हो गए थे। 

 

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बीसीसीआई ने कतरे पर

कई खिलाड़ियों का मानना है कि कोहली की कप्तानी के दौरान टीम में संवाद की कमी होने लगी थी। संवाद के लिए कोहली के दरवाजे खिलाड़ियों के लिए हमेशा बंद रहते हैं जबकि धोनी के दौरान ऐसा नहीं था। जब टीम के कप्तान धोनी थे तब उनके दरवाजे संवाद और खिलाड़ियों के लिए हमेशा खुले रहते हैं। सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं कि टीम में विवाद इतना बढ़ गया था कि बीसीसीआई इसे लगातार निपटाने की कोशिश कर रहा था। यही कारण है कि धोनी को टीम इंडिया में मेंटॉर के तौर पर जोड़ा गया है। सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि बीसीसीआई लंबे समय से कप्तान कोहली और कोच रवि शास्त्री के पंखे को काटने की योजना बना रहा था और धोनी की नियुक्ति के साथ ही इसकी शुरुआत हो गई। साथ ही साथ रविचंद्रन अश्विन को भी  T20 में शामिल किया गया। इसका मतलब साफ है कि अब कहीं ना कहीं कोहली टीम में कमजोर पड़ते जा रहे हैं। आपको बता दें कि इंग्लैंड में हाल में ही समाप्त हुई श्रृंखला के दौरान अश्विन जैसे खिलाड़ी को बेंच पर बैठना पड़ा और उन्हें किसी एक मैच में भी खेलने का मौका नहीं मिल पाया। 


उल्टा पड़ा दांव

दूसरी ओर एक बड़े समाचार एजेंसी ने दावा किया है कि कोहली ने बीसीसीआई की बैठक में रोहित शर्मा को उपकप्तान से हटाने की बात कही थी। अब कोहली का यद दांव उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है। कहा जा रहा है कि कोहली चयन समिति के पास यह प्रस्ताव लेकर गए थे कि रोहित को एक दिवसीय उप कप्तानी से हटा दिया जाए क्योंकि वह 34 साल के हैं। वह चाहते थे कि एक दिवसीय टीम की उप कप्तानी लोकेश राहुल को सौंपी जाए जबकि टी20 प्रारूप में यह जिम्मेदारी पंत निभाएं। सूत्र ने कहा, ‘‘बोर्ड को यह पसंद नहीं आया जिसका मानना है कि कोहली असल उत्तराधिकारी नहीं चाहते।’’

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