गिलगित बाल्टिस्तान में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ भड़का विद्रोह

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गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान सरकार के विरोध का झंडा उठा लिया है। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर रियासत का हिस्सा रहे गिलगित बाल्टिस्तान के दर्जे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समझौते का सम्मान करना चाहिए।

गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान सरकार के उस आदेश को मानने से इंकार कर दिया है जिसमें कहा गया था कि गिलगित बाल्टिस्तान को देश का पांचवां प्रांत बनाया जायेगा। आप यह लोगों की जो भारी भीड़ देख रहे हैं वह पाकिस्तान सरकार से इस बात की मांग कर रही है कि वह इस क्षेत्र के साथ सौतेलापन और बर्बरता को बंद करे। गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान सरकार के विरोध का झंडा उठा लिया है और अब यहां के लोग पूर्ण स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर रियासत का हिस्सा रहे गिलगित बाल्टिस्तान के दर्जे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समझौते का सम्मान करना चाहिए। 

यहाँ के लोग पाकिस्तान सरकार के उस निर्णय से भी खफा हैं जिसमें उसने गिलगित बाल्टिस्तान आदेश 2018 के कुछ हिस्से लागू करने को कहा है। अब पाकिस्तान सरकार गिलगित बाल्टिस्तान को लेकर जो आदेश ला रही है उसके बारे में उसे यह सोचना चाहिए कि वहां का सुप्रीम कोर्ट इस पर क्या कहता है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की बेंच का फैसला सरकार के फैसले से अलग है क्योंकि इस क्षेत्र का दर्जा बदलने के लिए पाकिस्तान को अपने संविधान में संशोधन करना पड़ेगा। यहां के लोगों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को अपने मन मुताबिक लागू करती है और इस मामले में चूंकि यह अदालत की अवमानना का मामला बनता है तो हम लोग सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगायेंगे। लोगों का कहना है कि गिलगित बाल्टिस्तान में पाकिस्तान का अवैध शासन है जोकि खत्म होना चाहिए और यहां के लोगों को अपनी सरकार चुनने का मौका मिलना चाहिए और उनके अधिकार बहाल किये जाने चाहिए।

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गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार रहे सरताज अजीज के नेतृत्व वाली एक समिति ने गिलगित-बाल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा था। पाकिस्तान के लिए यह क्षेत्र इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 46 अरब डॉलर की लागत से बनने वाला चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) इसी इलाके से होकर गुजरेगा। 

जहां तक वर्तमान में पाकिस्तान के प्रांतों की बात है तो इसमें बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और सिंध यह चार प्रांत हैं। पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान को एक अलग भौगोलिक क्षेत्र माना जाता है और फिलहाल वहां एक प्रादेशिक विधानसभा है और मुख्यमंत्री है। पाकिस्तान इस क्षेत्र का दर्जा बदल कर इसे अपना पांचवां प्रांत बनाने पर इसलिए उतारू है क्योंकि चीन ऐसा चाहता है। दरअसल चीन का इस क्षेत्र में भारी निवेश है और वह इस क्षेत्र की अनिश्चित स्थिति नहीं देखना चाहता। वैसे भारत सरकार की नजर इस मामले पर निश्चित ही होगी क्योंकि यह पूरा क्षेत्र पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से लगा हुआ है।

-नीरज कुमार दुबे

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