सरकार ने बढ़ा दी है ग्रैच्युटी राशि, जानें आपको कितनी मिलेगी ग्रैच्युटी

Government has increased gratuity amount
[email protected] । Sep 19 2017 2:15PM

प्रभासाक्षी के लोकप्रिय कॉलम ''आर्थिक विशेषज्ञ की सलाह'' में इस सप्ताह जानिये ग्रैच्युटी, कंपनी मामलों, शेयर बाजार, डीमैट अकाउंट, लोन आदि से जुड़े पाठकों के प्रश्नों के उत्तर।

पाठकों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे हैं द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक व कंपनी सचिव श्री बी.जे. माहेश्वरी जी। श्री माहेश्वरी पिछले 33 वर्षों से कंपनी कानून मामलों, कर (प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष) आदि मामलों को देखते रहे हैं। यदि आपके मन में भी आर्थिक विषयों से जुड़े प्रश्न हों तो उन्हें [email protected] पर भेज सकते हैं। प्रभासाक्षी के लोकप्रिय कॉलम 'आर्थिक विशेषज्ञ की सलाह' में इस सप्ताह जानिये ग्रैच्युटी, कंपनी मामलों, शेयर बाजार, डीमैट अकाउंट, लोन आदि से जुड़े पाठकों के प्रश्नों के उत्तर।

प्रश्न-1. कैपिटल मार्केट का क्या अर्थ होता है? यह कैसे काम करता है?

उत्तर- पूंजी बाजार एक ऐसा बाजार है, जहां वित्तीय प्रतिभूतियों जैसे शेयर, स्टॉक, बोर्ड की ट्रेडिंग की जाती है और वित्तीय प्रतिभूतियों के खरीदने और बेचने का काम होता है। 2 प्रकार की पूंजी बाजार में होती है।

1. प्राइमरी पू्ंजी बाजार (Primary capital Market) जैसे की आईपीओ, बिक्री के लिए प्रस्ताव (offer for sale) और फरदर इश्यु (further issue)।

2. द्वितीय पूंजी बाजार जहां दर्ज कराई हुई स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा ट्रेडिंग होती है।

प्रश्न-2. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मूल फर्क क्या है?

उत्तर- एक कंपनी जिसके शेयर कुछ गिने चुने लोगों के पास ही होते है जो ज्यादतर कंपनी के प्रमोटर होते हैं। वह प्राइवेट लिमिटेड कंपनी होती है। जबकि पब्लिक लिमिटेड कंपनी के शेयर कोई भी ले सकता है। इसके अलावा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में 50 तक ही शेयर धारक हो सकते हैं जबकि पब्लिक कंपनी में कितने भी शेयर धारक हो सकते हैं।

प्रश्न-3. वित्तीय वर्ष और असेस्मेंट ईयर क्या एक ही चीज होती है?

उत्तर- वित्तीय वर्ष 12 महीने को मिलाकर एक साल होता है जो अप्रैल से शुरू होकर मार्च तक होता है। असेस्मेंट ईयर वित्तीय वर्ष के एक वर्ष आगे होता है। जैसे- असेस्मेंट ईयर 2018-19 है वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए।

प्रश्न-4. सरकार ने निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की ग्रैच्युटी सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी है। इसकी गणना किस प्रकार होती है? क्या हर कर्मचारी को सेवानिवृत्ति पर ग्रैच्युटी के 20 लाख रुपए मिलेंगे?

उत्तर- हां, मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और ग्रैच्युटी की सीमा प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी है। इसकी गणना कर्मचारी के सेवा के पूरी वर्षों की संख्या के अनुसार की जाती है, जैसे 15 दिन की ग्रैच्युटी पूरे एक वर्ष के सेवा के लिए गणना की जाती है हर 26 दिन को विभाजक लेते हुए। आपको कितनी ग्रेच्युटी मिलेगी यह आप यहाँ भी जान सकते हैं- http://www.moneycontrol.com/personal-finance/tools/gratuity-calculator.html

प्रश्न-5. फ्रिन्ज बेनिफिट टैक्स क्या होता है?

उत्तर- FBT- फ्रिन्ज बेनिफिट टैक्स मूल रूप में एक टैक्स होता है जो नियोजक द्वारा अदा किया जाता है। नियोजक द्वारा जो भी लाभ कर्मचारी को दिए जाते हैं उसके बदले टैक्स नियोजक को अदा करना पड़ता है।


प्रश्न-6. किसी कंपनी का शेयर भाव देखते समय वॉल्यूम के तहत जो अंक लिखे होते हैं उसका अर्थ क्या होता है?

उत्तर- किसी कंपनी को शेयर भाव देखते समय वॉल्यूम के तहत जो अंक लिखते है उसका प्रतिनिधित्व व्यापार के मूल्य (रुपये लाख में) पर होता है, जैसे पूरे शेयर की गणना, गणना की औसत निकाला बाजार मूल्य। (No of share traded- Average Market Price of Shares traded)

प्रश्न-7. फंड फ्लो और कैश फ्लो से क्या आशय होता है?

उत्तर- फंड फ्लो स्टेटमेंट विवरण शुद्ध कार्यशील पूंजी में बदलाव के कारण बताता है और कैश फ्लो स्टेटमेंट कैश में बदलाव के कारण बताता है।

प्रश्न-8. शेयर होल्डर्स को डिविडेंड देने का कोई तय फार्मूला है या फिर यह कंपनी की मर्जी पर निर्भर करता है?

उत्तर- शेयर होल्डर्स को डिविडेंड देने को कोई तय फार्मूला नहीं है, यह कंपनी के निदेशक मंडल (Board of Directors) द्वारा संस्तुत किया जाता है जो कि कंपनी को मुनाफा, रिर्जवस और डिविडेंड पॉलिसी पर निर्भर करता है।

प्रश्न-9. क्या जिस तरह एफडी पर मिलने वाले लोन की तरह डीमैट अकाउंट में रखे शेयरों के आधार पर लोन मिल सकता है?

उत्तर- हां, एफडी पर मिलने वाले लोन की तरह डीमैट अकाउंट में रखे शेयरों को गिरवी रखकर लोन मिल सकता है।

प्रश्न-10. सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है?

उत्तर- सिक्योर्ड लोन वह लोन होता है जो अंतर्निहित परिसंपत्ति को सिक्युरिटी के तौर पर देने से मिलता है जोकि चल-अचल संपत्ति पर मिलता है। अनसिक्योर्ड लोन बिना कोई सिक्युरिटी दिए ही मिल जाता है। ब्याज की दर अनसिक्योर्ड लोन पर ज्यादा होती है सिक्योर्ड लोन के मुकाबले।

नोटः कर से जुड़े हर मामले चूँकि भिन्न प्रकार के होते हैं इसलिए संभव है यहाँ दी गयी जानकारी आपके मामले में सटीक नहीं हो इसलिए अपने विशेषज्ञ की सलाह भी ले लें।

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