पीपीएफ, एनपीएस और एसएसवाई खातों के मिनिमम बैलेंस को मेंटेन रखा जरूरी

minimum balance
कमलेश पांडेय । Mar 14 2022 4:44PM

सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई की बात करें तो इस सरकारी योजना के तहत आपको हरेक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा करने पड़ते हैं। यदि आप किसी कारणवश यह पैसा नहीं जमा कर पाते हैं तो आपको 50 रुपये जुर्माना भी देना पड़ेगा, तब जाकर आपका खाता क्रियाशील हो पायेगा।

क्या आपका भी पीपीएफ, एनपीएस और सुकन्या समृद्धि खाता है, यदि हां तो 31 मार्च 2022 से पहले कर लें निर्दिष्ट काम, अन्यथा आपका अकाउंट बंद हो जाएगा। गौरतलब है कि आम जनता की भलाई के लिए ही केंद्र सरकार की ओर से कई तरह की खास योजनाएं चलाई जाती हैं, जिसके तहत ही पीपीएफ, एनपीएस और सुकन्या समृद्धि खाता जैसी बैंकिंग योजना भी चलाई गई। यही वजह है कि आज हम आपको पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी पीपीएफ, नेशनल पेंशन स्कीम यानी एनपीएस और सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताते हैं, ताकि आपको अतिरिक्त वार्षिक जुर्माना भरने अथवा खाता बन्द करने की नौबत नहीं आए।

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# मिनिमम बैलेंस भरिये अन्यथा बंद हो जाएगा खाता

आपको बता दें कि यदि आप उपर्युक्त तीनों योजनाओं के तहत खोले हुए खातों में न्यूनतम निर्धारित धनराशि यानी मिनिमम बैलेंस जमा नहीं करते हैं तो आपका खाता स्वतः बन्द हो जाएगा। खास बात यह कि सम्बन्धित खाता बंद हो जाने के बाद आपको काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप 31 मार्च 2022 की तारीख आने का इंतजार करने से पहले पहले ही इनमें मिनिमम बैलेंस जमा करा दें।

# ग्राहकों को मिलती है टैक्स सेविंग की सुविधाएं

बता दें कि सरकार की ओर से चलाई जाने वाली इन योजनाओं यानी पीपीएफ, एनपीएस और एसएसवाई  खाता में ग्राहकों को कर बचत यानी टैक्स सेविंग्स की सुविधा भी मिलती है। हालांकि शर्त यह होती है कि इसके लिए आपको अपनी इन तीनों योजनाओं में न्यूनतम धनराशि यानी मिनिमम निवेश बनाए रखना होता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपका खाता एक्टिव है। क्योंकि यदि आपका खाता इनएक्टिव होगा तो कर बचत लाभ नहीं मिल पायेगा।

# अपने पीपीएफ, एनपीएस और सुकन्या समृद्धि खाता में डाल दें न्यूनतम धनराशि, अन्यथा भरना पड़ेगा जुर्माना

आपको बता दें कि यदि आपने चालू वित्त वर्ष में अपने इन सभी खातों में अलग अलग कोई पैसा नहीं डाला है तो आप 31 मार्च 2022 से पहले इसमें न्यूनतम धनराशि जरूर जमा कर दें, जिससे कि आपका खाता क्रियाशील यानी एक्टिव रहे, वरना आपको जुर्माना भरना पड़ेगा, जो आप पर एक अतिरिक्त बोझ की तरह होगा।

उल्लेखनीय है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ खाता रखने वालों के लिए न्यूनतम धनराशि यानी मिनिमम बैलेंस 500 रुपये निर्धारित है, यानी कि आपको इसमें वार्षिक यानी सालाना तौर पर कम से कम 500 रुपये का निवेश करना होता है, अन्यथा आपका खाता इनएक्टिव होकर बंद हो जाता है। बता दें कि इसमें पैसा डालने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2022 निर्धारित है, इसलिए आप उससे पहले ये न्यूनतम धनराशि यानी मिनिमम बैलेंस डाल दें। यदि आप आखिरी तारीख तक न्यूनतम निर्धारित पैसा नहीं डालते हैं तो आपको प्रति वर्ष के हिसाब से 50 रुपये जुर्माना देना होगा, जो आप पर किसी अतिरिक्त बोझ की तरह होगा।

वहीं, नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस की बात करें तो इसमें टियर-एक खाताधारकों के लिए न्यूनतम धनराशि यानी मिनिमम बैलेंस 1000 रुपये तय किया गया है। ऐसे में यदि आप ये योगदान नहीं करते हैं तो आपका खाता निष्क्रिय हो जाएगा, जिसमें आपको 100 रुपये का जुर्माना भी देना पड़ेगा। तब जाकर आपका खाता एक्टिव हो पाएगा।

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वहीं, सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई की बात करें तो इस सरकारी योजना के तहत आपको हरेक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा करने पड़ते हैं। यदि आप किसी कारणवश यह पैसा नहीं जमा कर पाते हैं तो आपको 50 रुपये जुर्माना भी देना पड़ेगा, तब जाकर आपका खाता क्रियाशील हो पायेगा। 

इसलिए हमारा सुझाव है कि आप समय से अपने न्यूनतम बैलेंस को मेंटेन रखें, ताकि न तो आपको अतिरिक्त जुर्माना भरना पड़े और न ही खाता बन्द होने की नौबत आए। इसके अलावा भी आपके विभिन्न समयबद्ध कार्य होंगे, उन्हें समय समय पर करते रहें और ऐसा ही करते रहने की आदत भी विकसित करें। इससे आपके सभी कार्य समय पर होते चले जायेंगे।

- कमलेश पांडेय

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

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