होम लोन पर पैसे बचाना चाहते हैं? यह रहे 10 बेहतरीन उपाय

Want to save money on home loan? This is the 10 best tips
लक्ष्य । Feb 14 2018 11:12AM

अपने और अपने परिवार के लिए घर खरीदना सभी के लिए जिंदगी की सबसे बड़ी वित्तीय जिम्मेवारी होती है। पूरे जीवन में एक बार हर इंसान इस वित्तीय जिम्मेवारी को पूरा करना चाहता है।

अपने और अपने परिवार के लिए घर खरीदना सभी के लिए जिंदगी की सबसे बड़ी वित्तीय जिम्मेवारी होती है। पूरे जीवन में एक बार हर इंसान इस वित्तीय जिम्मेवारी को पूरा करना चाहता है। हर खरीदार को जीवन में इस बाध्यता से गुजरना ही होता है, लेकिन कई खरीदार अपनी प्रॉपर्टी को किराये पर लगाकर अपने होम लोन का रिपेमेंट करते रहते हैं। कोई भी निवेशक बड़ी ही सावधानीपूर्वक होम लोन लेने से पहले किसी प्रॉपर्टी को गिरवी रखने का फैसला करता है। लेकिन फिर भी कई निवेशक होम लोन लेने वक्त कई गलतियां कर देते हैं, जो एक सच्चाई है। आपके होम लोन के पीरियड के दौरान एक साधारण सी गलती प्राय सभी से यही हो जाती है कि एक बड़ी राशि बिना किसी फायदे के फंसी रह जाती है। लेकिन आप लोन अमाउंट की इस राशि पर काफी सारा धन भी कमा सकते हैं और बचत भी कर सकते हैं। 

ऐसे कई उपाय हैं जिसके जरिये आप अपने होम लोन पर अच्छी खासी बचत कर सकते हैं। अपने सपनों का घर खरीदने के लिए होम लोन सबसे बेहतर विकल्प होता है, खासकर तब जब आप कैश की किल्लत से जूझ रहे हों अथवा आपने कुछ भी बचत कर नहीं रखी हो। हालांकि सपनों का घर खरीदने से पहले आपको हमेशा अलर्ट भी रहना पड़ता है। होम लोन सेलेक्ट करने से पहले लोन के सारे फीचर्स और डिटेल की बारीकी से स्टडी कर लेनी चाहिए। यहां हम आपको वो 10 उपाय बताने जा रहे हैं जिसके जरिये आप अपने होम लोन पर अच्छी खासी राशि बचत कर सकते हैं। 

1. मासिक बजट बनाएं 

हम आप सभी इंसान अपनी कमाई पर कुछ कम खर्च कर बचत कर सकते हैं। बचत का हमारा वित्तीय लक्ष्य तभी हासिल हो सकता है जब हम हम अपनी जरूरतों का एक मासिक बजट बनाएं और उसी अनुसार खर्च करें। हम अपने खर्च की आदतों में बदलाव लाएं और मासिक बजट के प्रति वचनबद्ध रहें। आप अपने होम लोन के लिए तभी ही बचत करने के लायक होंगे जब आप अपने इनकम से कम खर्च करेंगे। आप अपने मासिक खर्चों की ट्रैकिंग करें, लिस्ट बनाएं और उसी अनुसार खर्च करें, इससे आपको संतुष्टि भी मिलेगी। अधिकांश लोग मासिक बजट की अनदेखी कर देते हैं और नतीजा होता है कि वो खर्च करते जाते हैं और महीने के अंत में ठन-ठन गोपाल। यहां तक कि ज्यादा इनकम वाले लोग भी मासिक बजट की अनदेखी कर देते हैं और ज्यादा से ज्यादा खर्च करने की वजह से वो भी वित्तीय संकट में फंस जाते हैं। बचत करने का एक आसान तरीका है कि आप एक समर्पित बैंक अकाउंट खोलें जिसमें सिर्फ और सिर्फ आप होम लोन के लिए बचत करें। आपका इनकम जब ऑफसेट एकाउंट में जमा होगा तो आपको हर दिन अपने बचत राशि पर ब्याज भी मिलेगा।

2. तुलना करें और सौदेबाजी करें 

किसी होम लोन के चयन से पहले विभिन्न होम लोन लेने वाले कर्जदारों से बात कर उनके लोन से अपने लोन का तुलनात्मक अध्ययन करें। यह पता कर लें कि दूसरे होम लोन लेने वालों को कितना ब्याज चुकाना पड़ता है और आपको कितना चार्ज देना पड़ेगा। यह जान लें कि बेस्ट होम लोन का पारामीटर सिर्फ ब्याज दर ही नहीं होता है। होम लोन को परखने के और भी कई पारामीटर होते हैं। आपको बेस रेट पर भी ध्यान देना होगा। बैंक ने आपको क्या मार्जिन ऑफर किया है, इस पर भी ध्यान देना होगा। और सबसे अहम है कर्ज देने वाले बैंक ने कहीं उसी प्रॉपर्टी पर पहले किसी और को तो लोन नहीं दे रखा है। जब आपका रिसर्च पूरा हो जाए तभी ही बैंक को लोन के लिए कॉल करें। उसके बाद बैंक से हर पक्ष पर सौदेबाजी करें। मार्केट में दिए जा रहे बेस्ट ऑफर पर सौदेबाजी करें। इससे आप अच्छी खासी राशि बचत कर सकते हैं। 

3.  हमेशा कम ब्याज दर वाले लोन का चयन करें 

मार्केट में उपलब्ध विभिन्न होम लोन ऑफर करने वाले बैंकों की स्टडी करें जो कम ब्याज दरों पर लोन ऑफर कर रहे हैं। कम ब्याज दर होने से आपके मंथली ईएमआई पर काफी असर पड़ेगा। जब कई बैंक होम लोन पर ब्याज दरों में डिस्काउंट का ऑफर कर रहे हों तो यह आपके लिए सुविधाजनक स्थिति होगी चयन करने में। आपको फ्लोटिंग ब्याज दरों वाले होम लोन का सेलेक्शन करना चाहिए ना कि फिक्सड ब्याज दर वाले होम लोन। अगर आप फिक्सड ब्याज दर वाले होम लोन लेंगे तो आपकी मंथली ईएमआई ज्यादा जाएगी। फिक्सड ब्याज दर वाले लोन पर ब्याज की देयता ज्यादा होती है और समय पर चुकता नहीं करने पर पेनाल्टी भी चार्ज की जाती है। फ्लोटिंग ब्याज दर में समय-समय पर बदलाव होते रहता है औऱ इससे आपको बचत भी हो सकती है। होम लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों के using a home loan emi calculator का इस्तेमाल करें।

4. प्रोसेसिंग फी  

आम तौर पर विभिन्न बैंक होम लोन की अप्रूव्ड रकम पर 1 फीसदी राशि प्रोसेसिंग फी के तौर पर कस्टमर से लेती है। होम लोन लेने से पहले यह सर्च कर लें कि किस बैंक की प्रोसेसिंग फी सबसे कम है या जो प्रोसेसिंग फी ही नहीं लेती है। 

5. अपने डाउन पेमेंट की राशि को बढ़ाएं

आम तौर पर जब आप होम लोन लेते हैं तो आपको पूरे होम लोन अमाउंट का 10 से लेकर 15 फीसदी हिस्सा बैंक को डाउन पेमेंट करना होता है। बैंक या वित्तीय संस्थान बाकी 85 या 90 फीसदी टोटल अमाउंट आपको बतौर लोन देती है। अगर आप डाउन पेमेंट ज्यादा देते हैं तो आपके लोन का अमाउंट कम हो जाएगा और आपको ब्याज भी उसी हिसाब से कम पर चुकता करना होगा। भविष्य में भी आपको अपने लोन पर कम ब्याज ही चुकता करना होगा। 

6. प्री पेमेंट पेनाल्टी 

आरबीआई के नए गाइडलाइन के मुताबिक अब कोई भी बैंक या वित्तीय संस्थान ग्राहकों से प्री पेमेंट पेनाल्टी के रूप में कोई चार्ज नहीं वसूल सकता है। प्री पेमेंट पेनाल्टी की बाध्यता खत्म होने से अब आप होम लोन लेने के बाद किसी तरह का आंशिक पेमेंट कर सकते हैं।

7. साइन करने से पहले होम लोन डॉक्यूमेंट को पूरी तरह पढ़ लें

होम लोन के डॉक्यूमेंट पर साइन करने से पहले बैंक और वित्तीय संस्थाओं के सभी नियम और शर्तों को बारीकी और सावधानी से पढ़ लें, ताकि कोई भी छिपे हुए शर्तों से आप पहले ही वाकिफ हो सकें।

8. प्री पेमेंट करते रहें

जब कभी भी आपके पास ज्यादा फंड या कैश कहीं से आ जाता है तो आपको अपने होम लोन के ईएमआई का प्री पेमेंट बैंक को कर देना चाहिए। इससे आपके कर्ज की राशि तो कम होगी ही आपके कर्ज देने की देयता की अवधि भी कम होते जाएगी।

9. लोन ट्रांसफर चार्जेज की तुलना दूसरे बैंकों से करें

अगर आपने होम लोन दूसरे बैंक से लिया है और आप लोन को दूसरे बैंक या वित्तीय संस्थान के अकाउंट में ट्रांसफर कराना चाहते हैं तो आपको विभिन्न बैंकों के लोन ट्रांसफर चार्ज के बारे में पहले से जानकारी होनी चाहिए। इससे आप पैसों की बचत कर सकते हैं। सभी बैंकों के लोन ट्रांसफर चार्ज की स्टडी करके ही लोन अमाउंट को दूसरे बैंकों में ट्रांसफर कराएं।

10. टॉप अप होम लोन 

अगर आप अपने वर्तमान में चल रहे होम लोन के अमाउंट पर दोबारा टॉप अप लोन चाहते हैं यानि अमाउंट बढ़ाना चाहते हैं तो आपको बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा टॉप अप लोन पर चार्ज किए जा रहे अतिरिक्त चार्ज की जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि होम लोन पर टॉप अप देने के बाद बैंक आपसे एक्स्ट्रा चार्ज वसूलेगा और आप इसको देने के लिए बाध्य हो जाएंगे। क्योंकि एक बार जब आप बैंकों के नियम और शर्तों को पढ़ कर साइन कर देते हैं तो आप छिपे हिडेन चार्जेस को देने के लिए बाध्य हो जाते हैं। 

अगर आप ऊपर बताए गए सभी प्वाइंट्स का ख्याल रखेंगे तो आप अपने होम लोन पर बचत भी कर सकेंगे और आसानी से आप अपने मंथली बजट में ईएमआई भी बैंक को देते रहेंगे।

- लक्ष्य

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