Gold Loan कब लेना चाहिए? यह किसे मिल सकता है? इसे लेने से पहले किन बातों पर गौर फरमाना चाहिए?

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कमलेश पांडे । Apr 30 2024 4:57PM

जानकारों का कहना है कि आप जो सोना गिरवी रखते हैं वह जमानत का काम करता है। लिहाजा उस सोने के बदले आप उधारदाता से लोन ले सकते हैं। इस लोन की रकम गिरवी रखे गए सोने के प्रति ग्राम दर पर आधारित होती है।

कोई भी व्यक्ति कर्ज लेना नहीं चाहता है, लेकिन कभी-कभी निज उत्थान या व्यक्तिगत जरूरतों की पूर्ति के लिए लोन लेना बेहद जरूरी हो जाता है। क्योंकि इसे लेने के अलावा इंसान के पास कोई दूसरा चारा भी नहीं बच पाता है। खासकर जब आप बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी या फिर इमरजेंसी में मेडिकल खर्च जैसे कामों के लिए लोन लेने को उत्सुक होते हैं तो सबसे पहले गोल्ड लोन की तरफ ही हर किसी का ध्यान जाता है। इसलिए केंद्र सरकार ने गोल्ड लोन स्कीम्स में गड़बड़ियों पर सख्त रुख अपनाया है। 

हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सरकारी क्षेत्र के बैंकों को कहा है कि गोल्ड लोन स्कीम्स पर नजर रखें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि जिस पुराने सोने के गहने या सिक्के के बदले वह कर्ज दे रहे हैं, उसकी गुणवत्ता कैसी है। कारण कि फाइनेंशियल इमरजेंसी में पैसों का इंतजाम करने के लिए लोग अपने पुराने सोने के गहनों को गिरवी रखते हैं। ऐसे में ज्यादातर प्रमुख बैंक और वित्तीय संस्थान संभावित ग्राहकों को आकर्षक इंटरेस्ट रेट्स पर गोल्ड लोन दे रहे हैं। इसलिए स्वर्ण कर्ज लेने वाले लोगों का रुझान भी इस ओर बढ़ा है। आंकड़े बताते हैं कि गोल्ड की कीमतों में 16.6 प्रतिशत की तेजी की तुलना में गोल्ड लोन में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इस वर्ष 26 जनवरी 2024 को सोने के आभूषणों के बदले लोन 1.01 लाख करोड़ रुपए था।

जानकारों का कहना है कि आप जो सोना गिरवी रखते हैं वह जमानत का काम करता है। लिहाजा उस सोने के बदले आप उधारदाता से लोन ले सकते हैं। इस लोन की रकम गिरवी रखे गए सोने के प्रति ग्राम दर पर आधारित होती है। इसलिए आप अपनी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने के लिए तुरंत अपने पर्सनल एसेट्स को काम में लगा सकते हैं। यही वजह है कि हम यहां आपको गोल्ड लोन के बारे में बताएंगे। साथ ही यह भी समझाएंगे कि गोल्ड लोन कब लेना चाहिए? गोल्ड लोन किसे मिल सकता है? और गोल्ड लोन लेने से पहले किन किन महत्वपूर्ण बातों पर गौर करना चाहिए?

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# जानिए, आखिर क्या होती है गोल्ड लोन लेने की वजह 

आप अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, उनकी शादी या फिर इमरजेंसी में मेडिकल खर्च जैसे कामों के लिए गोल्ड लोन ले सकते हैं। क्योंकि इसे दूसरे अन्य लोन की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, गोल्ड लोन लेना तभी सही होता है, जब कुछ वक्त के लिए ही पैसों की ज्यादा जरूरत हो। वहीं, घर या जमीन खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए गोल्ड लोन का इस्तेमाल करने से जोखिमों पर पहले अच्छे से सोच विचार कर लेना चाहिए। क्योंकि कर्ज क्षमता से ज्यादा लोन लेने पर भुगतान संकट पैदा हो जाता है, जिससे लोन लेने वाले को काफी क्षति होती है।

# किसी बड़े बैंक से लोन लें या फिर एनबीएफसी से, ऐसे समझिए

गोल्ड लोन लेना आपकी सहूलियत पर निर्भर करती है। अमूमन बड़े बैंक में कम ब्याज दर पर गोल्ड लोन मिल जाता है। जबकि, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (एनबीएफसी) ब्याज ज्यादा लेती हैं, लेकिन कर्ज की रकम भी ज्यादा देते हैं। उदाहरणतया, एनबीएफसी का मुख्य धंधा ही सोने के बदले कर्ज देना होता है। लिहाजा वहां गोल्ड लोन जल्दी अप्रूव भी हो जाता है। हालांकि, कर्ज लेने से पहले आपको अलग-अलग बैंकों और एनबीएफसी में ब्याज दर पता कर लेनी चाहिए। इससे आप समझदारी भरा निर्णय ले सकते हैं।

# लोन लेने से पहले अतिरिक्त शुल्कों पर भी रखें नजर 

गोल्ड लोन में भी दूसरे आम लोन की तरह ही प्रॉसेसिंग फीस लगती है, जो बैंकों और एनबीएफसी के हिसाब से अलग-अलग होती है। हालांकि, कुछ वित्तीय संस्थान इसमें रियायत भी देते हैं। वहीं, इसके प्रॉसेसिंग फीस पर जीएसटी भी लगता है। जबकि कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान वैल्युएशन फीस भी लेते हैं, जिसकी शुरुआत 250 रुपए से होती है। इसके अलावा, सर्विस चार्ज, एसएमएस चार्ज और सिक्योर्ड कस्टडी फीस जैसे कुछ अन्य खर्चे भी होते हैं।

# कम समय में चुकाएं गोल्ड लोन और री-पेमेंट का ऑप्शन चुनें?

गोल्ड लोन की अच्छी बात है कि यह अनसिक्योर्ड लोन जैसे पर्सनल लोन, प्रॉपर्टी लोन, कॉरपोरेट लोन की तुलना में सस्‍ता पड़ता है। गोल्ड लोन के केस में लोन चुकाने के लिए अधिकतम 3 से 5 वर्ष का समय मिलता है। ऐसे में कम समय में ज्यादा लोन चुकाने के लिए मंथली ईएमआई भी ज्यादा होती है। वहीं, कर्ज देने वाले संस्थान आपको कर्ज की रकम और ब्याज का भुगतान (रीपेमेंट) करने के लिए ढेरों विकल्प देते हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं और आपके पास हर महीने पैसे आते हैं, तो ईएमआई में पेमेंट कर सकते हैं। आपके पास एकमुश्त मूल भुगतान के साथ ब्याज भरने का विकल्प भी रहता है। इसलिए अपनी सुविधानुसार शानदार निर्णय लें।

# जानिए, किस तरह के गोल्ड के बदले आपको मिल सकता है लोन

आपको सोने के बदले कर्ज लेने की पहली शर्त है कि जिस गोल्ड को आप गिरवी रख रहे हैं, वो कम से कम 18 कैरेट शुद्ध सोना होना चाहिए। वजह यह कि बैंक या एनबीएफसी गहनों और सोने के सिक्कों के बदले ही लोन देते हैं। इसलिए आप 50 ग्राम से ज्यादा वजन के सोने के सिक्के गिरवी नहीं रख सकते हैं। वित्तीय संस्थान गोल्ड बार को भी गिरवी नहीं रखते हैं। इसलिए ये बातें आपके लिए जानना जरूरी है।

#  तीन लाख तक के गोल्ड लोन पर कोई भी प्रॉसेसिंग फीस नहीं लेती है एसबीआई 

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ग्राहकों को सस्ती दरों पर गोल्ड लोन (एसबीआई गोल्ड लोन) मिल रहा है। इसमें ग्राहक 20 हजार रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक का गोल्ड लोन ले सकते हैं। एसबीआई में 3 लाख रुपए तक के गोल्ड लोन के लिए कोई प्रॉसेसिंग फीस नहीं लगती है। यह किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति के लिए एक अच्छा मौका प्रदान करता है।

# गोल्ड लोन के लिए आवेदन करने से पहले निम्नलिखित बातों पर गौर कीजिए

पहला, आपका लोन अमाउंट क्या है? कहने का तातपर्य यह कि गोल्ड लोन लेने से पहले यह जरूर देखना चाहिए कि आपके पास उतना सोना है या नहीं, जितना कि आप लोन लेना चाहते हैं।

दूसरा, ब्याज दर क्या है? मतलब यह कि लोन के लिए आवेदन करने से पहले अलग-अलग वित्तीय संस्थाओं के ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) की तुलना कर लेनी चाहिए और जो सस्ता पड़े उसका चयन करना चाहिए।

तीसरा, विभिन्न चार्जेज क्या है? कहने का आशय यह कि ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) के अलावा कई अन्य चार्ज भी लग सकते हैं, जैसे प्रोसेसिंग फीस, डॉक्यूमेंटेशन फीस, पेमेंट डिफ़ॉल्ट फीस, लोन ओवरड्यू फीस, इत्यादि।

चतुर्थ, स्वर्ण कर्ज की अवधि क्या है? यानी कि गोल्ड लोन का रीपेमेंट पीरियड, 3 महीने और 36 महीने के बीच हो सकता है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को एक सुटेबल लोन रीपेमेंट पीरियड चुनना चाहिए। ताकि कर्ज भुगतान में कोई परेशानी न आये।

पंचम, लोन देने वाले की साख क्या है? कहने का तातपर्य यह कि किसी भी वित्तीय संस्था के पास आवेदन करने से पहले यह जरूर देख लें कि वह कितना भरोसेमंद है। इसी के आधार पर गोल्ड लोन लें। अन्यथा वह आपका गोल्ड लेकर रफूचक्कर भी हो सकता है।

छठा, री-पेमेंट शेड्यूल क्या है? कहने का अभिप्राय यह कि गोल्ड लोन का री-पेमेंट शेड्यूल काफी लचीला होता है। यह लोन देने वाले विकल्पों के आधार पर ईएमआई के रूप में रीपेमेंट कर सकते हैं।

सप्तम, लोन की तुलना कितना आकर्षक है? कहने का मतलब यह कि गोल्ड लोन के लिए आवेदन से पहले अलग-अलग वित्तीय संस्थानों के नियमों एवं शर्तों की तुलना करना बहुत जरूरी है। यह तुलनात्मक अध्ययन करके जो सस्ता, सुरक्षित व सुविधाजनक है, उसे ही तरजीह देनी चाहिए।

अष्टम, योग्यता संबंधी मानक क्या है? कहने का मायने यह कि अपने लोन आवेदन के मंजूर होने की संभावना को बढ़ाने के लिए लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपनी पात्रता को जांचना चाहिए। यदि पात्र हैं तो आवेदन करें, अन्यथा नहीं। इससे कई परेशानियों से आप बच जाएंगे।

# जानिए, कौन ले सकता है गोल्ड लोन?

भारत का कोई भी नागरिक किसी भी बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) से गोल्ड लोन ले सकता है। हालांकि, उसकी उम्र कम-से-कम 18 साल और अधिक-से-अधिक 75 साल होनी चाहिए। हालांकि, अलग-अलग उधारदाता के लिए यह नियम अलग-अलग हो सकता है।

# समझिए, यदि आपने लोन की रकम नहीं चुकाई तो क्या होगा

आमतौर पर तय तारीख के भीतर गोल्ड लोन अमाउंट का रीपेमेंट न करने पर बाकी लोन अमाउंट पर पेनाल्टी देनी पड़ेगी। कई बार याद दिलाने के बाद भी लोन अमाउंट का रीपेमेंट न करने पर, बाकी लोन अमाउंट वसूल करने के लिए उधारदाता आपके गिरवी रखे गए सोने के गहनों की नीलामी कर सकता है। इससे आपके गहने बिक जाएंगे और फिर वापस नहीं मिलेंगे।

- कमलेश पांडेय

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

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