''फोर्स-2'' में है हॉलीवुड फिल्मों के जैसा एक्शन

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'फोर्स-2' खुफिया एजेंसियों के जासूसों के जीवन पर आधारित फिल्म है। फिल्म का संपादन इतना बढ़िया है कि आपको कहीं भी यह बोझिल नहीं लगेगी और कहानी तेज रफ्तार से आगे भागती रहती है जिससे दर्शकों को पलक झपकाने का मौका मुश्किल से ही मिलता है। निर्देशक अभिनेव देव की यह फिल्म हॉलीवुड फिल्मों को टक्कर देती हुई प्रतीत होती है। चीन और बुडापेस्ट में फिल्माई गयी इस फिल्म के ऐक्शन सीन आपको हॉलीवुड फिल्मों के ऐक्शन सीन की याद दिलाएंगे। 'डेल्ही बेली' से अपनी पहचान बना चुके युवा निर्देशक अभिनेव देव ने फिल्म को शुरू से लेकर अंत तक एक ही ट्रैक पर रखने में सफलता पाई है।
चीन के शंघाई शहर से कहानी शुरू होती है जहां भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंट हरीश चर्तुवेदी की हत्या कर दी जाती है। इस हत्या के बाद यहां के दो और अलग-अलग शहरों में रॉ के एजेंट की हत्या होने के बाद दिल्ली में रॉ के हेड ऑफिस में इस मुद्दे को लेकर मीटिंग जारी है। चाइना में मारा गया रॉ एजेंट हरीश मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर यशवर्धन (जॉन अब्राहम) का दोस्त हरीश है। हरीश अपनी हत्या से चंद दिनों पहले यश को एक किताब भेजता है। इस किताब में रॉ के कुछ और एजेंट्स को मारे जाने की सूचना कोड में दी गई है। रॉ के हेड क्वार्टर में चल रही मीटिंग में यश को रॉ के इन एजेंट्स की हत्याओं की जांच के लिए एक टीम का भेजने का फैसला होता है। इस टीम यश के साथ रॉ की एजेंट के के उर्फ कंवल जीत कौर (सोनाक्षी सिन्हा) भी जाती है। यश की जांच के बाद शक की सुई बुडापेस्ट स्थित इंडियन एंबेसी के स्टाफ पर टिकती है। यहां पहुंचने के बाद यश और के के इस केस की जांच अपने अपने ढंग से शुरू करते है, यहां पहुंचते ही इन पर जानलेवा हमला होता है, इसके बाद इनकी नजरें इसी एंबेसी में काम करने वाले शिव शर्मा (ताहिर राज भसीन) पर आकर ठहर जाती है। यहीं से शुरू होता है शिव शर्मा को गिरफ्तार करके इंडिया लेकर जाने का मिशन जो आसान नहीं है।
एक्शन दृश्यों में जॉन प्रभावी रहे लेकिन पूरी फिल्म में उनका एक ही लुक में नजर आना बड़ी कमजोरी है। रॉ एजेंट की भूमिका में सोनाक्षी सिन्हा के ऐक्शन दृश्य भी दर्शकों को खूब भाएंगे। रानी मुखर्जी के साथ 'मर्दानी' में मुख्य विलेन का किरदार निभा चुके ताहिर राज भसीन ने भी गजब का काम किया है। अन्य सभी कलाकार सामान्य रहे। फिल्म के कई संवाद जानदार बन पड़े हैं। गीत संगीत सामान्य है। निर्देशक अभिनव देव की यह फिल्म एक बार देखी जा सकती है लेकिन यदि पूर्ण मनोरंजन की चाह में जाएंगे तो निराशा ही हाथ लगेगी।
कलाकार- जॉन अब्राहम, सोनाक्षी सिन्हा, ताहिर राज भसीन, जेनेलिया डिसूजा, बोमन ईरानी, राज बब्बर।
निर्देशक अभिनव देव।
- प्रीटी
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