पेट की गंभीर बीमारी कोलाइटिस होने पर नजर आते हैं यह लक्षण, जानिए कैसे करें इससे अपना बचाव

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मिताली जैन । Jan 14 2021 1:27PM

कोलाइटिस होने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं। हालांकि यह आपकी स्थिति और कोलाइटिस के प्रकार पर निर्भर करते हैं। वैसे अगर इसके आम लक्षणों की बात की जाए तो इसमें तेज दर्द, डिप्रेशन, तेजी से वजन कम होना, जोड़ों में दर्द और भूख में कमी है।

कोलाइटिस एक क्रॉनिक डाइजेस्टिव स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें कोलोन की इनर लाइनिंग में सूजन होती है। कोलाइटिस के कई कारण हैं जिनमें संक्रमण, सूजन आंत्र रो, इस्केमिक कोलाइटिस, एलर्जी प्रतिक्रियाएं और सूक्ष्म कोलाइटिस शामिल है। यह आपके पेट के दर्द, ब्लोटिंग व डायरिया से भी जुड़ा हो सकता है। इसके लक्षणों पर ध्यान देकर समय रहते उपचार किया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए मेडिकल हेल्प लेने के अलावा आप कुछ छोटी−छोटी बातों का ध्यान रखकर स्थित किो बेहद आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको इसके लक्षणों व इससे बचाव के कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं−

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पहचानें लक्षण

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि कोलाइटिस होने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं। हालांकि यह आपकी स्थिति और कोलाइटिस के प्रकार पर निर्भर करते हैं। वैसे अगर इसके आम लक्षणों की बात की जाए तो इसमें तेज दर्द, डिप्रेशन, तेजी से वजन कम होना, जोड़ों में दर्द, भूख में कमी, थकान, बुखार, बृहदान्त्र ऊतक की सूजन, कोलोन की सतह पर लालिमा, कोलोन में अल्सर, मल में ब्लड आना, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम में गैस, ब्लोटिंग, अपच, हार्टबर्न, गैस्ट्रो एसोफैगल रिफ्लक्स रोग, ऐंठन, आदि शामिल हैं। कोलाइटिस की पहचान के लिए बृहदान्त्र का एक्स−रे, सिग्मायोडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी के लिए मल का परीक्षण आदि किया जाता है।

यूं करें बचाव

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि जिन लोगों को यह समस्या होती है, उन्हें अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कई तरह के खाद्य पदार्थ इस समस्या को टि्रगर करते हैं। इसलिए आपको शराब, कैफीन, कार्बोनेटेड शीतल पेय, सूखे सेम, मटर, फलियां, सूखे फल या जामुन, गूदे या बीज वाले फल, गर्म सॉस और मसालेदार भोजन, मीट, पॉपकॉर्न, रिफाइंड चीनी आदि से दूरी बनानी चाहिए।

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कुछ हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि स्वच्छता में ही रोकथाम निहित है। स्वच्छ पेयजल की कमी और पर्याप्त स्वच्छता मुख्य कारण हैं, जिसके कारण यह समस्या अधिक लोगों को अपनी जद में ले रही है। ऐसे में पर्सनल हाईजीन से लेकर किचन हाईजीन पर फोकस करके इस समस्या से काफी हद तक बचाव संभव है। 

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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