Health Tips: बॉडी में रक्षा कवच की तरह काम करता है यह खास प्रोटीन, इन 8 आदतों को अपनाकर खुद को रखें हेल्दी

Health Tips
Creative Commons licenses

हमारे शरीर की रक्षा के लिए एक बड़ी फौज तैयार रहती है। इस फौज को मेडिकल की भाषा में व्हाइट ब्लड सेल्स कहा जाता है। यह हमारे शरीर को तमाम तरह की बीमारियों से बचाने का काम करती है।

हमारे शरीर की रक्षा के लिए एक बड़ी फौज तैयार रहती है। इस फौज को मेडिकल की भाषा में व्हाइट ब्लड सेल्स कहा जाता है। यह हमारे शरीर को तमाम तरह की बीमारियों से बचाने का काम करती है। यह सेल्स जितनी अधिक बहादुर होती हैं, उतनी ही अधिक तेज दिमाग की भी होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब एक बार यह किसी दुश्मन बैक्टीरिया को पहचान लेती हैं, तो फिर यह उनको नहीं भूलती हैं। हांलाकि यह हर समय हमले के मूड में नहीं रहती हैं। लेकिन जब इनको किसी रोगाणु के हमले पर खास मैसेज मिलता है, तो यह सेल्स एक्टिव हो जाते हैं।

एक स्टडी के मुताबिक खास प्रोटीन STAP-1 हमारे शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स को बेहतर बनाने का काम करता है। जैसे हमारे शरीर में कोई खतरनाक रोगाणु, बैक्टीरिया या जीवाणु पहुंचता है, तो यह तेजी से एक्टिव हो जाता है। साथ ही यह मैसेज पहुंचाने का जरिया भी बन जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको प्रोटीन से इम्यूनिटी पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि STAP-1 प्रोटीन क्या होता है और कैसे काम करता है। इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत किया जाए और खानपान से कैसे हम खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: Summer Health Care । खीरे के बिना अधूरी है गर्मियों की डाइट, गर्म दिनों की परेशानियों से राहत के साथ मिलेंगे कई फायदे

जानिए क्या कहती है स्टडी

हमारे शरीर में STAP-1 प्रोटीन पाया जाता है। जो टी सेल्स को एक्टिव करने का काम करता है। यह पूरी तैयारी के साथ बुरे जर्म्स पर हमला करता है। इसके अलावा STAP-1 प्रोटीन नाम का हरकारा दुश्मन के बारे में सटीक जानकारी देता है। जोकि शरीर को लड़ाई से बचाने में मददगार होता है। बता दें कि यह हरकारा हाल ही में खोजा गया है।

जानिए इससे क्या फायदा होगा

वैज्ञानिक की मानें, तो खासकर ऑटो इम्यून जैसी बीमारियों में अधिक फायदा होगा। यह एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर की रक्षा करने वाले सैनिक अपने ही लोगों पर हमला कर देते हैं। ऐसा इन्हें गलत संदेश मिलने से होता है। हांलाकि अगर आप STAP-1 प्रोटीन नाम के हरकारे को हटा देते हैं, या कमजोर हो जाता है तो ऐसा होना बंद हो जाएगा। इसके अलावा बीमारियों से भी लड़ने में मदद मिलेगी। 

बता दें कि दुनिया में दवाइयां पहले दिन से नहीं बनी थीं। बीमारियां पहले भी थी, लेकिन इम्यून सिस्टम इन बीमारियों से हमारी रक्षा करता था। वहीं दवाइयां हमारे शरीर के अच्छे सेल्स को बड़ा नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में आप इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर की बीमारियों से रक्षा कर सकते हैं।

खराब इम्यूनिटी के कारण

आज के समय में लोग फिजिकल एक्टिविटी की तरफ कम ध्यान देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े पर ध्यान दें तो दुनिया भर में 80 फीसदी युवा जरूरत से कम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। जिसके कारण मौत का जोखिम 20 फीसदी तक बढ़ जाता है। क्य़ोंकि इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी होती है।

नशे के कारण भी हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो रही है। एक रिसर्च के मुताबिक स्मोकिंग इम्यूनिटी पर बुरा असर डालती है और इससे निमोनिया व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

शराब और खराब डाइट भी धीरे-धीरे हमारी रक्षख फौज को कमजोर कर देती है। इससे हार्ट संबंधी बीमारी और डायबिटीज की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। जो इम्यूनिटी को बुरी तरह से प्रभावित करता है।

अधिक तलाभुना और अनहेल्दी चीजें खाने से हमारी सेहत खराब होती है। साथ ही यह हमारी गट हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाता है। इस तरह के खाने से हेल्दी सेल्स कमजोर हो जाते हैं। इसलिए अपने खानपान पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

अच्छी सेहत की आदतें

हम सभी अच्छी आदतें अपनाकर अच्छी सेहत पा सकते हैं। दुनिया में कई ऐसी कई जगहें हैं, जहां पर 100 साल से ऊपर जी रहे हैं। यहां पर औसत इंसान 90-100 साल तक जीता है। इसके पीछे कुछ अच्छी आदतें होती हैं।

एक्सरसाइज

सप्ताह में कम से कम आधा घंटा पांच दिन कसरत जरूर करना चाहिए। इसके अलावा सुबह-शाम वॉक भी करें। इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है।

मेंटल हेल्थ

अच्छी सेहत में सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक हेल्थ भी जरूरी है। क्योंकि आधा मामला तो स्ट्रेस से ही खराब कर रहा है। ऐसे में मेंटल हेल्थ को सही रखने के लिए हर दिन कम से कम पांच मिनट ध्यान लगाना चाहिए।

अच्छा खानपान

अच्छी सेहत के लिए डाइट का भी अच्छा होना बहुत जरूरी है। इसलिए अपने खानपान को संतुलित बनाए रखें। इसके अलावा अपनी डाइट में बायो फ्लैवोनॉयड, फाइटोकेमिकल, विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट को शामिल करें। यह हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़