Health Tips: शरीर में दिख रहे ऐसे लक्षण तो हो सकता है स्ट्रोक का खतरा, नजरअंदाज करने पर जा सकती है जान

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स्ट्रोक को एक्यूट न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही यह जानलेवा साहित हो सकता है। लेकिन स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले शरीर में इसके लक्षण नजर आने लगते हैं।

जब दिमाग में सही तरह से ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती है, तो मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। ऐसे में अगर व्यक्ति को सही इलाज न मिले, जो उसकी जान भी जा सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं में पुरुषों की तुलना में स्ट्रोल होने का अधिक खतरा होता है। वहीं स्ट्रोक को एक्यूट न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही यह जानलेवा साहित हो सकता है। लेकिन स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले शरीर में इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। 

ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले आपको किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। ऐसे में आप इन लक्षणों को पहचानकर अपना इलाज करवा सकते हैं। आइए जानते हैं इन स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में...

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7 दिन पहले शरीर में दिखने वाले लक्षण

सुबह उठने में समस्या होना 

स्ट्रोक आने से करीब 7 दिन पहले व्यक्ति को सुबह उठने में कमजोरी महसूस हो सकती है। फेस पर भारीपन होने के साथ हाथ उठाना मुश्किल लगता है। स्ट्रोक के लक्षण के तौर पर मरीज को बैलेंस करना काफी मुश्किल होता है। वहीं व्यक्ति सही से बैलेंस नहीं कर पाने की वजह से गिर सकता है।

हाथ में कमजोरी लगना

स्ट्रोक आने से पहले हाथ को ऊपर उठाने या नीचे करने में समस्या आ सकती है। इस दौरान व्यक्ति का हाथ इतना कमजोर हो सकता है कि वह कुछ उठाने में भी असमर्थ हो सकता है। मरीज के शरीर का आधा हिस्सा कमजोर हो जाता है।

धुंधला दिखना

इस दौरान मरीज को चीजें थोड़ी धुंधली दिखने लगती है। कभी-कभी एक आंख से तो कभी दोनों आंखों से धुंधला दिख सकता है। आंखों के धुंधलेपन की वजह से व्यक्ति का एक जगह पर खड़े होना या एक जगह से दूसरी जगह जाना मुश्किल होता है।

याददाश्त पर असर

आपको बता दें कि स्ट्रोक आने से पहले व्यक्ति की याददाश्त पर भी इसका असर देखने को मिलता है। व्यक्ति को फोकस करने और चीजें याद रखने में दिक्कत होती है। यदि किसी को स्ट्रोक आता है, तो भविष्य में उसकी याददाश्त पर निगेटिव असर देखने को मिल सकता है। इससे मरीज को शॉर्ट टर्म या लान्ग टर्म की समस्या हो सकती है।

बोलने में दिक्कत

स्ट्रोक आने से करीब 7 दिन पहले मरीज के बातचीत के लहजे में समस्या हो सकती है। हांलाकि स्ट्रोक के दौरान भी यह चीज देखने को मिल सकती है। इस दौरान मरीज के लिए एक भी शब्द बोलना मुश्किल हो जाता है। ठीक इसी तरह स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले मरीज सही से बातचीत नहीं कर पाता है और चीजों को समझने में समस्या हो सकती है।

थकान लगना

स्ट्रोक के आम लक्षणों में एक लक्षण थकान बने रहना है। इस दौरान व्यक्ति को थकान लगने के साथ शरीर में एनर्जी की कमी महसूस हो सकती है। हांलाकि थकान अन्य बीमारियों की ओर भी इशारा करता है। लेकिन यदि मरीज में थकान के साथ ऊपर बताए गए लक्षण नजर आएं, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

कंफ्यूजन

स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले व्यक्ति को चीजों को समझने में समस्या होने लगती है। मरीज को शब्द सही से याद नहीं रहते हैं और बोलने में परेशानी होती है। आमतौर पर मरीज को शब्दों के चयन में परेशानी होती है, तो यह स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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