बच्चों को मोटापे से दूर रखना चाहते हैं? यह रहे जरूरी टिप्स

मोटापे के चलते बच्चे और भी बहुत सी बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन मोटे बच्चों के मामले में चीन के बाद भारत का दूसरा नंबर है।
वर्तमान समय में मोटापा सिर्फ एक समस्या ही नहीं है, बल्कि यह एक महामारी का रूप ले रहा है। बेहद आम सी दिखने वाली यह समस्या इतनी बड़ी है कि आज इसकी चपेट में व्यस्क व वृद्ध ही नहीं हैं, बल्कि छोटे बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं, इसी मोटापे के चलते बच्चे और भी बहुत सी बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन मोटे बच्चों के मामले में चीन के बाद भारत का दूसरा नंबर है। तो चलिए जानते हैं बच्चों में हर गुजरते दिन के साथ बढ़ने वाली इस समस्या की जड़ और उसके समाधान के बारे में−
मुख्य कारण
बच्चों में मोटापा बढ़ने के कई कारण हैं। इनमें पोषण रहित भोजन, जंक फूड, अत्यधिक वसायुक्त भोजन, चीनी व नमक की अधिकता कारण बनती है। वहीं आज के बच्चे शारीरिक रूप से खेलने की बजाय टीवी, इंटरनेट, कंप्यूटर और मोबाइल गेम्स आदि को तवज्जो देते हैं, जिसके कारण उनका शारीरिक रूप से व्यायाम नहीं होता और वे हर दिन पहले से भी अधिक मोटे होते चले जाते हैं। वैसे कभी−कभी मोटापा जेनेटिक भी होता है। अर्थात अगर माता−पिता मोटे हैं तो बच्चा भी मोटा होता है। ऐसे मोटापे से निजात पाना अपेक्षाकृत कठिन होता है।
होती है समस्या
आमतौर पर लोग मोटापे को एक समस्या के रूप से देखते हैं। पर आपको बता दें कि मोटापा अन्य कई बीमारियों जैसे टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, डिस्लेपिडाइमिया, मेटाबॉलिक सिंड्रोम आदि समस्याएं उत्पन्न करता है। इतना ही नहीं, यह बच्चों को शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से प्रभावित करता है। दरअसल, ऐसे बच्चों को अधिकतर सामाजिक रूप से उपहास का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण उनका मनोबल कमजोर होता है और वे खुद को काफी हीन महसूस करने लगते हैं। वहीं मोटापे से ग्रस्त बच्चों में स्लीप एपनिया जैसे रोग भी देखने को मिलते हैं।
यह है उपचार
अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे मोटापे की चपेट में न आएं तो आपको शुरू से ही इस पर ध्यान देना होगा। सबसे पहले तो आप शुरूआत से ही बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करें। मसलन, आप बच्चे को वर्चुअल वर्ल्ड से बाहर निकाल कर शारीरिक रूप से खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। हो सकता है कि शायद बच्चा शुरूआत में इसके लिए तैयार न हो। इसलिए आप खुद भी उसके साथ खेलें। वहीं आपको उसके आहार पर भी विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। कोशिश करें कि बच्चे बाहर के वसायुक्त व जंक फूड के स्थान पर घर के भोजन को तवज्जो दें। साथ ही आप बच्चे को पर्याप्त पोषणयुक्त भोजन कराएं। तभी आपका बच्चा भीतर से स्ट्रांग बनेगा और मोटापे से कोसों दूर रहेगा।
- मिताली जैन
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