अल्जीरिया ने 14 महीनों में सहारा मरुस्थल में छोड़े 13,000 शरणार्थी

असामाका (नाइजर)। अल्जीरिया ने पिछले 14 महीने में करीब 13,000 शरणार्थियों को बिना किसी मदद के सहारा मरुस्थल में छोड़ दिया और उन्हें बंदूक की नोक पर आगे बढ़ने या मरने को मजबूर किया। इन शरणार्थियों में छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
ये शरणार्थी 48 डिग्री सेल्सियस तापमान में बिना पानी और भोजन के चलते रहे। इनमें से ज्यादातर शरणार्थी नाइजर का रुख कर रहे हैं। इस यात्रा में न जाने कितने लोगों की मौतें हो रही हैं।
एसोसिएटेड प्रेस को जिंदा बचे शरणार्थियों के कुछ समूहों ने बताया कि उनके समूहों के कुछ लोग आगे नहीं बढ़ पाए और उनकी मौत सहारा में हो गई। ये शरणार्थी माली, गाम्बिया, गुयाना, आइवरी कोस्ट, नाइजर सहित अन्य देशों के हैं।
ये लोग हिंसा से बचने और एक अच्छे भविष्य की तलाश में यूरोप जाने की कोशिश कर रहे थे। यूरोपीय संघ के एक प्रवक्ता ने बताया कि अल्जीरिया शरणार्थियों के साथ जो कर रहा है, उससे यूरोपीय संघ अवगत है लेकिन ‘स्वतंत्र देश’ अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करते हुए शरणार्थियों को निष्कासित कर सकते हैं।
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