भारतीय मूल के खगोल वैज्ञानिक R Kulkarni प्रतिष्ठित Shaw Prize 2024 से सम्मानित किए जाएंगे

Shrinivas R Kulkarni
प्रतिरूप फोटो
@ShawPrize

यह पुरस्कार उन्हें मिलीसेकंड पल्सर, गामा-किरण विस्फोट, सुपरनोवा और अन्य परिवर्तनशील या क्षणिक खगोलीय पिंडों के बारे में उनकी अभूतपूर्व खोजों के लिए दिया जाएगा है। कुलकर्णी कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में भौतिकी, गणित और खगोल विज्ञान विभाग के जॉर्ज एलेरी हेल खगोल विज्ञान और ग्रह विज्ञान के प्रोफेसर हैं।

हांगकांग। अमेरिका में भारतीय मूल के प्रोफेसर और खगोल वैज्ञानिक श्रीनिवास आर.कुलकर्णी को खगोल विज्ञान के लिए प्रतिष्ठित शॉ पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें मिलीसेकंड पल्सर, गामा-किरण विस्फोट, सुपरनोवा और अन्य परिवर्तनशील या क्षणिक खगोलीय पिंडों के बारे में उनकी अभूतपूर्व खोजों के लिए दिया जाएगा है। कुलकर्णी कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में भौतिकी, गणित और खगोल विज्ञान विभाग के जॉर्ज एलेरी हेल खगोल विज्ञान और ग्रह विज्ञान के प्रोफेसर हैं। 

कुलकर्णी के अलावा स्वी ले थीन और स्टुअर्ट ऑर्किन को क्रमश: जीव विज्ञान और चिकित्सा के लिए साझा रूप से शॉ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दोनों अमेरिका के हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक पीटर सरनाक को गणितीय विज्ञान के लिए शॉ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शॉ प्राइज फाउंडेशन ने बताया, ‘‘हर साल तीन श्रेणियों खगोल विज्ञान, जीव विज्ञान व चिकित्सा और गणितीय विज्ञान में शॉ पुरस्कार दिया जाता है। 

प्रत्येक श्रेणी में विजेता को 12 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि बतौर पुरस्कार दी जाती है। यह 21वां साल होगा जब शॉ पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। विजेताओं को 12 नवंबर को हंगकांग में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।’’ कुलकर्णी ने 1978 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से एमएस की पढ़ाई पूरी की थी और 1983 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वह 2006 से 2018 तक कैलटेक ऑप्टिकल ऑब्जर्वेटरी के निदेशक पद पर रहें।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़