ताइवान के खिलाफ ड्रैगन का हवाई अटैक प्लान, भड़के अमेरिका ने दी वॉर्निंग

ताइवान के आसमान में ऐसा हुआ जिसकी वजह से पूरे मुल्क में खलबली मच गई है। एक साथ 39 लड़ाकू विमान ताइवान के एयर स्पेस में दाखिल हुए। इस मामले पर अमेरिका ने चीन को चेतावनी दे दी है। अमेरिका ने इस मामले पर चीन से उसकी उकसाने वाली सैन्य गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है।
ताइवान और चीन के बीच दशकों से तनाव है। चीन जबरन तरीके से ताइवान पर कब्जा करना चाहता है, ये हकीकत भी पूरी दुनिया को पता है। जिस तरीके से एक छोटे से मुल्क को चीन डराने धमकाने में लगा है वो हैरान करने वाला है। पिछले एक साल से ड्रैगन की सेना ताइवान के इलाके में घुसपैठ कर रही है। चाहो वो जमीन पर हो समुंदर में हो या आसमान में लगातार तीनों फ्रंट से ड्रैगन की उकसावे वाली हरकतें सामने आई है। लेकिन अब ताइवान के आसमान में ऐसा हुआ जिसकी वजह से पूरे मुल्क में खलबली मच गई है। एक साथ 39 लड़ाकू विमान ताइवान के एयर स्पेस में दाखिल हुए। वो भी बम, गोला-बारूद और मिसाइलों के साथ।
ताइपे के एयरजोन में दंगी प्लेन
पूरी प्लानिंग के साथ ड्रैगन की हवाई सेना ने ताइवान के हवाई स्पेस में घुसपैठ की वो भी खुलेआम। ताइवान की सेंट्रल न्यूज एजेंसी की मानें तो चीनी फाइटर पायलट्स ने पीएलए ईस्टर्न थियेटक कमांड से मिले ऑर्डर के बाद घुसपैठ में अपने सबसे विस्फोटक घातकआसमानी लड़ाकों के साथ घुसपैठ की। जिन चीनी विमानों ने ताइवान में एंट्री ली थी उनमें से ज्यादातर की पहचान जे-17 और सू-30 फाइटर जेट के रूप में की गई।
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अमेरिका की चेतावनी
अब इस मामले पर अमेरिका भी भड़क गया है और उसने चीन को चेतावनी दे दी है। अमेरिका ने इस मामले पर चीन से उसकी उकसाने वाली सैन्य गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है। अमेरिका ने अपने बयान में कहा कि हम बीजिंग से अपील करते हैं कि वह ताइवान पर सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव और दंडात्मक कार्रवाई रोके।
चीन-ताइवान विवाद
गृह युद्ध के पश्चात 1949 के दौर में चीन और ताइवान दोनों अलग हो गए थे। एक तरफ जहां कम्युनिस्ट समर्थकों ने चीन पर शासन किया वहीं उसके विपरीत नेशनलिस्ट समर्थकों ने ताइवान की बागडोर संभाली। ताइवान चीन के पूर्वी तट से 160 किलोमीटर दूर है और उसकी आबादी 2.40 करोड़ है। चीन पिछले एक साल से अधिक समय से ताइवान के दक्षिण में लगातार सैन्य विमान भेज रहा है।
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