कश्मीर पर रचनात्मक भूमिका निभाने के इच्छुक हैंः चीन
![China says willing to play ''constructive role'' over Kashmir China says willing to play ''constructive role'' over Kashmir](https://images.prabhasakshi.com/2017/7/_650x_2017071222541441.jpg)
चीन ने आज कहा कि नियंत्रण रेखा पर बैर बढ़ने के बाद विशेष तौर पर यह भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को बेहतर करने के लिए एक ‘रचनात्मक भूमिका’ निभाने को इच्छुक है।
बीजिंग। चीन ने आज कहा कि नियंत्रण रेखा पर बैर बढ़ने के बाद विशेष तौर पर यह भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को बेहतर करने के लिए एक ‘रचनात्मक भूमिका’ निभाने को इच्छुक है। साथ ही, इसने कहा कि कश्मीर के हालात ने अंतराष्ट्रीय जगत का ध्यान खींचा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुंग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान अहम दक्षिण एशियाई देश हैं लेकिन कश्मीर के हालात ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट किया है।
भारत ने कहा है कि कश्मीर मुद्दा पाकिस्तान के साथ एक द्विपक्षीय विषय है और इसलिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है। चीन की टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब भारत और चीन की सेनाओं के बीच सिक्किम सेक्शन के डोकलाम इलाके में गतिरोध है। भारत और पाकिस्तान के बीच गतिरोध पर चिंता जाहिर करते हुए जेंग ने कहा, ‘‘यह गतिरोध कश्मीर के नियंत्रण रेखा के पास हुआ। यह न सिर्फ दोनों देशों की शांति एवं स्थिरता को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता को भी नुकसान पहुंचाएगा।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि संबद्ध पक्ष ऐसी और चीजें कर सकते हैं जो क्षेत्र में शांति एवं सौहार्द्र के लिए हैं और बढ़ते तनाव को टाल सकते हैं। साथ ही, भारत और पाक के बीच संबंधों को बेहतर करने में चीन एक रचनात्मक भूमिका निभाने को इच्छुक है।’’
गौरतलब है कि दो दिन पहले एक चीनी विशेषज्ञ ने कहा था कि किसी तीसरे देश की सेना पाक के अनुरोध पर कश्मीर में घुस सकती है। इसके लिए इस तर्क का सहारा लिया जा सकता है कि भारतीय थल सेना डोकलाम इलो में सड़क बनाने से चीनी सेना को रोक रही है। दरअसल, शुंग से भारत और पाक के बीच तनाव, कश्मीर के हालात पर इस्लामी देशों के संगठन (ओआईसी) के चिंता जताने और दोनों देशों के बीच बैर को दूर करने के लिए चीन के कोई भूमिका निभा सकने के बारे में पूछा गया था, जिस पर उनकी यह टिप्पणी आई है।
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