Pak Defence Budget: कर्ज का बारूदी निवेश, अगले युद्ध के लिए पैसा जमा कर रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान का डिफेंस बजट 2.55 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए यानी करीब 9 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इससे पहले ये 2.12 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए था। यानी 43 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की बढोतरी। लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि पाकिस्तान ने कुल बजट खर्च में करीब 7 प्रतिशत की कटौती की है और जो बचा खुचा पैसा है वो डिफेंस में झोंक दिया गया है।
पाकिस्तान में हुकूमत किसी की भी हो। जनता के बारे में कोई भी नहीं सोचता। पाकिस्तान पर 76 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है। यानी 269 अरब डॉलर का आंकड़ा इतना बड़ा है कि जितना कई छोटे देशों की जीडीपी भी नहीं होती है। इस भारी भरकम कर्ज के बीच पाकिस्तान की सरकार ने एक ऐसा बजट पेश किया है, जिसे देखकर दुनिया हैरान है। खुद पाकिस्तान की आवाम परेशान। वित्त वर्ष 2026 के लिए पाकिस्तान ने अपने बजट का ऐलान कर दिया है। जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास जैसे सेक्टरों में खर्च घटाया गया है। वहीं डिफेंस बजट में 20 फीसदी का इजाफा कर दिया गया है। अब पाकिस्तान का डिफेंस बजट 2.55 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए यानी करीब 9 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इससे पहले ये 2.12 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए था। यानी 43 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की बढोतरी। लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि पाकिस्तान ने कुल बजट खर्च में करीब 7 प्रतिशत की कटौती की है और जो बचा खुचा पैसा है वो डिफेंस में झोंक दिया गया है।
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दुनिया में कोई मुल्क ऐसा नहीं है जो एक साल के अंदर अपना बजट इतना बढ़ा ले। शहबाज शरीफ ने जनरल आसिम मुनीर को 2 हजार 550 अरब रुपए की जो खजाने की चाबी सौंपी है। पाकिस्तान में जीने के लिए रोटी मिले न मिले। मरने के लिए गोली जरूर मिल जाएगी। जनरल आसिम मुनीर भारत को शिकस्त देने का ख्वाब पाले बैठा है। उसके खोखले अरमानों की कीमत पाकिस्तान की आवाम चुका रही है। चंद दिनों पहले ही पाकिस्तान की गरीबी और भुखमरी पर वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट आई थी। अब पाकिस्तान की संसद ने उस रिपोर्ट पर मुहर लगा दी। शीर्ष खुफिया सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया है कि सैन्य व्यय में हालिया वृद्धि 7-10 मई, 2025 के बीच भारत के सटीक हमलों के बाद तत्काल आवश्यकताओं को रेखांकित करती है, जिससे पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों में गंभीर कमजोरियां सामने आई हैं।
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खुफिया सूत्रों ने पुष्टि की है कि एचक्यू-9 एसएएम और बायरकटर टीबी2 ड्रोन सहित चीनी और तुर्की सिस्टम भारतीय ड्रोन और मिसाइलों को रोकने में असमर्थ थे। नूर खान एयरबेस पर बड़े नुकसान हुए, जिसके कारण पूरी रणनीति में बदलाव की जरूरत पड़ी। इन विफलताओं ने भारत के स्काईस्ट्राइकर कामिकेज़ ड्रोन और स्कैल्प क्रूज मिसाइलों का मुकाबला करने में पाकिस्तान की तकनीकी हीनता को उजागर किया, जिसमें चीन भी शामिल है।
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पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया तथा सात मई को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादीढांचे पर सटीक हमले किए। सरकार ने बजट बनाने की प्रक्रिया के दौरान रक्षा व्यय में 18 प्रतिशत की वृद्धि का समर्थन किया था। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार ने रक्षा खर्च के लिए 2,122 अरब रुपये आवंटित किए, जो वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजटीय आवंटन 1,804 अरब रुपये से 14.98 प्रतिशत अधिक है।
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