अलास्का के सबसे बड़े शहर के पास ज्वालामुखी के नीचे भूकंप ने चिंता बढ़ाई

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यह ज्वालामुखी के फटने के संबंध में एक संकेत हो भी सकता है या नहीं भी। इससे पहले 2004 से 2006 तक भूकंप से जुड़ी इसी तरह की गतिविधियां देखी गई थीं लेकिन उस दौरान कोई गंभीर विस्फोट नहीं हुआ।

अलास्का के सबसे बड़े शहर के निकट ज्वालामुखी के नीचे इस साल भूकंप की बढ़ती घटनाओं ने भूवैज्ञानिकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। एंकरेज से लगभग 129 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में ज्वालामुखी ‘माउंट स्पर’ पिछली बार 1992 में फटा था और इस दौरान लगभग 19 किलोमीटर दूर तक इसकी राख हवा में फैल गई थी जिसके कारण उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और लोगों को मास्क लगाने के लिये मजबूर होना पड़ा था।

अलास्का ज्वालामुखी वेधशाला के अनुसार ज्वालामुखी में एक और विस्फोट शहर के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। वेधशाला ने अक्टूबर में भूकंप से जुड़ी गतिविधि बढ़ने और उपग्रह के आंकड़ों से जमीन की स्थिति देखने के बाद ‘माउंट स्पर’ के लिए अलर्ट की श्रेणी को ‘येलो’ तक बढ़ा दिया।

वेधशाला के वैज्ञानिक डेविड फी ने शुक्रवार को बताया कि इस साल ज्वालामुखी के नीचे कम तीव्रता वाले लगभग 1,500 भूकंप आए जो साल भर में सामान्य तौर पर आने वाले लगभग 100 भूकंप से काफी अधिक हैं। फी ने कहा कि इनकी संख्या बहुत ज्यादा लग सकती है लेकिन यह ‘‘उतने भी अधिक नहीं है।’’

यह ज्वालामुखी के फटने के संबंध में एक संकेत हो भी सकता है या नहीं भी। इससे पहले 2004 से 2006 तक भूकंप से जुड़ी इसी तरह की गतिविधियां देखी गई थीं लेकिन उस दौरान कोई गंभीर विस्फोट नहीं हुआ। फी ने कहा, “हमें अपने आकड़ों में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं दिख रहा है जो हमें बता सके कि विस्फोट आसन्न है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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