श्रीलंका के पूर्व PM ने जताया आभार, कहा- भारत ने हमारी सबसे ज्यादा मदद की
विक्रमसिंघे ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत ने हमारी सबसे अधिक मदद की है। हमें ये देखना चाहिए कि वे अभी भी गैर वित्तीय तरीके से सहायता कर रहे हैं और हमें उनका आभारी होना चाहिए।
श्रीलंका ब्रिटेन से 1948 में आजादी हासिल करने के बाद सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देशवासी कई घंटों की बिजटी कटौती, गैस, खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी के विरोध में कई हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सब के बीच श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भारत की ओर से की जाने वाली सहायता को लेकर आभार जताया है। विक्रमसिंघे ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत ने हमारी सबसे अधिक मदद की है। हमें ये देखना चाहिए कि वे अभी भी गैर वित्तीय तरीके से सहायता कर रहे हैं और हमें उनका आभारी होना चाहिए।
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समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि आर्थिक संकट ने राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। जो हो रहा है वह देश के लिए आपदा है। 2 साल तक सरकार ने आर्थिक मुद्दों की अनदेखी की। जब हम 2019 में गए, तो प्राथमिक बजट पर सरप्लस था और कर्ज चुकाने के लिए पैसा था।
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रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सरकार के पास इतने संसाधन हैं और अब वे बिल का भुगतान करने के लिए प्रमुख निर्यात कंपनियों से पैसे उधार ले रहे हैं। ईंधन के लिए भारत की क्रेडिट लाइन मई के दूसरे सप्ताह तक समाप्त हो जाएगी और फिर हम गंभीर संकट में पड़ने वाले हैं।
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