German शस्त्र उद्योग ने यूक्रेन के शस्त्रों की आवश्यकता पर स्पष्टता की जरूरत बताई

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स्वीडन के थिंकटैंक सिपरी के अनुसार, रूस के हमले के बाद यूक्रेन को अमेरिका तथा यूरोप से बड़े स्तर पर सैन्य सहायता मिलने लगी और 2022 में यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शस्त्र आयातक बन गया।

जर्मनी के रक्षा उद्योग ने कहा है कि वह यूक्रेन के लिए जरूरी हथियारों और गोला-बारूद समेत शस्त्र उत्पादन बढ़ाने के लिए तैयार है, लेकिन इस बारे में स्पष्टता जरूरी है कि सरकारें उत्पादन क्षमता में निवेश से पहले क्या चाहती हैं। स्वीडन के थिंकटैंक सिपरी के अनुसार, रूस के हमले के बाद यूक्रेन को अमेरिका तथा यूरोप से बड़े स्तर पर सैन्य सहायता मिलने लगी और 2022 में यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शस्त्र आयातक बन गया।

उनमें से कुछ हथियार पश्चिमी सैन्य भंडारों से यूक्रेन को स्थानांतरित किये गये थे, जबकि अन्य मामलों में कीव ने अपने पैसे या सहयोगियों द्वारा दिए गए धन से उपकरण खरीदे हैं। लेकिन विशेष रूप से चिंताएं इस बात को लेकर हैं कि यूक्रेन किस दर से गोला-बारूद का उपयोग कर रहा है। जर्मनी के शस्त्र विनिर्माण संघ के प्रमुख ने इस सप्ताह ‘एसोसिएटिड प्रेस’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘एक उद्योग के रूप में हमारे लिए महत्वपूर्ण है पूर्वानुमान की क्षमता।’’ फेडरेशन ऑफ जर्मन सिक्योरिटी एंड डिफेंस इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक हैंस क्रिस्टोफ एत्ज्पोदियन ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि हमें स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए कि कितने समय में कितने उत्पाद जरूरी हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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