कुर्सी बचाने के लिए इमरान को मिली तीन दिन की मोहलत, पाकिस्तान नेशनल असेंबली 3 अप्रैल तक स्थगित
विपक्षी दलों के सदस्यों के विरोध के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इमरान खान को 3 दिन का वक्त मिल गया है। पल-पल बदलते पाकिस्तान की सियासत को देखते हुए इसे बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इमरान को मिले इन तीन दिनों के जरिये वो अपनी कुर्सी बचाने के प्रयास तेज कर सकते हैं।
पाकिस्तान में सियासी हलचल इस वक्त बेहद तेज है। इमरान खान सरकार को कुछ दिन की और मोहलत मिल गई है। नेशनल असेंबली के अंदर इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। लेकिन नेशनल असेंबली का सत्र शुरू होते ही 3 अप्रैल तक के लिए इसे स्थगित कर दिया गया है। विपक्षी दलों के सदस्यों के विरोध के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इमरान खान को 3 दिन का वक्त मिल गया है। पल-पल बदलते पाकिस्तान की सियासत को देखते हुए इसे बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इमरान को मिले इन तीन दिनों के जरिये वो अपनी कुर्सी बचाने के प्रयास तेज कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: सरकार बचाने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं इमरान खान, अविश्वास मत से पहले बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक
पाक मंत्री ने नवाज शरीफ के भारत-इस्राइल के बीच सांठगांठ का लगाया आरोप
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक इस बात का सबूत दिखाने के लिए बुलाई गई थी कि कैसे बाहर से पीएम इमरान खान को सत्ता से हटाने की कोशिश की जा रही है। चौधरी ने आरोप लगाया कि खान के खिलाफ साजिश पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर पर रची गई थी। फवाद चौधरी ने कहा, "यह राष्ट्रीय संप्रभुता की लड़ाई है। हम जानते हैं कि प्रमुख खिलाड़ी कौन हैं, भारत और इजरायल के साथ उनके संबंध। नवाज शरीफ की भारतीय और इजरायली अधिकारियों के साथ मुलाकात छिपी नहीं है।"
बिलावल भुट्टो ने दी पीएम को इस्तीफा देने की सलाह
इमरान खान की तरफ से विपक्ष को प्रस्ताव दिया गया कि अगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को वापस ले लिया जाता है तो वह असेंबली भंग कर देंगे। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए असेंबली सत्र से पहले विपक्षी नेताओं की बैठक में यह बात सामने आई। लेकिन पीपीपी पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी की तरफ से कहा गया कि हम इमरान खान को कोई एनआरओ नहीं देंगे और न ही अविश्वास प्रस्ताव वापस लेंगे। प्रधानमंत्री को केवल यही सलाह है कि आज इस्तीफा दें और विपक्ष के नेता को विश्वास मत लेने दें।
अन्य न्यूज़