ऑस्ट्रेलिया: डेटा उल्लंघन के बाद, सख्त साइबर सुरक्षा कानूनों पर विचार

Cyber Fraud
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ओ नील ने कहा कि 28 लाख वर्तमान और पूर्व ऑप्टस ग्राहकों के डेटा उल्लंघन में “महत्वपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी” शामिल है, जिसमें ड्राइवर के लाइसेंस और पासपोर्ट नंबर आदि हैं। उन्होंने कहा कि उन 28 लाख लोगों को पहचान और धोखाधड़ी के जोखिम का सामना करना पड़ रहा है।

ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को 98 लाख ग्राहकों के व्यक्तिगत डेटा के उल्लंघन के लिए देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी ‘‘ऑप्टस” को दोषी ठहराते हुए कहा कि सरकार दूरसंचार कंपनियों के लिए कड़े साइबर सुरक्षा नियमों पर विचार कर रही है। इस साइबर हमले में ऑस्ट्रेलिया के 98 लाख लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुरा ली गई थी। साइबर सुरक्षा मंत्री क्लेयर ओ नील ने ऑस्ट्रेलिया के “ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प” को बताया कि यह “ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में उपभोक्ता जानकारी की अभूतपूर्व चोरी” थी।

ओ नील ने कहा कि 28 लाख वर्तमान और पूर्व ऑप्टस ग्राहकों के डेटा उल्लंघन में “महत्वपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी” शामिल है, जिसमें ड्राइवर के लाइसेंस और पासपोर्ट नंबर आदि हैं। उन्होंने कहा कि उन 28 लाख लोगों को पहचान और धोखाधड़ी के जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। ओ नील ने संसद में कहा, “इस कार्रवाई की प्रकृति ऐसी है जोहमें इस देश में एक बड़े दूरसंचार प्रदाता में देखने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।”

ओ नील ने कहा कि कुछ देशों में, इस तरह के उल्लंघन के परिणामस्वरूप “सैकड़ों डॉलर की राशि” का जुर्माना लगाया जाता है। ऑस्ट्रेलियाई कानून वर्तमान में ऑप्टस को उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाने की अनुमति नहीं देता है। उन्होंने आगे कहा, “एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या इस देश में बड़े दूरसंचार प्रदाताओं पर हम जो साइबर सुरक्षा आवश्यकताएं रखते हैं, वे क्या अपने उद्देश्य के लिए उपयुक्त हैं।” ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस ने एक बयान में कहा कि इन खबरों की जांच की जा रही है कि चोरी किए गए डेटा को पहले ही बेच दिया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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