50 हजार टन गेहूं अफगानिस्तान भेजेगा भारत, वाघा बार्डर से पाकिस्तान के रास्ते जाएगी की पहली खेप

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान में मानवीय संकट के कारण भारत को 50,000 मीट्रिक टन गेहूं को वाघा बार्डर के परिवहन की अनुमति दी है।दोनों ही देशों ने इस पर अपनी सहमति जता दी है कि गेहूं को अफगानिस्तान के ट्रकों में ले जाया जाएगा।
आर्थिक स्थिति से जूझ रही अफगानिस्तान की मदद को भारत हमेशा से आगे रहा है। इस समय भी अफगान के लोगों की मदद के लिए भारत अब पाकिस्तान के वाघा बॉर्डर के रास्ते 50000 मीट्रिक टन गेहूं भेजेगा। भारत फरवरी के महीने तक गेहूं अफगानिस्तान भेज सकते है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान ने महीनों से चल रही चर्चा के बाद इसपर सहमति जताई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत को अफगानिस्तान की मदद करने के लिए पाकिस्तान की जमीन का उपयोग कर सामान का परिवहन का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
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अफगान के ट्रकों में जाएगा गेहूं
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान में मानवीय संकट के कारण भारत को 50,000 मीट्रिक टन गेहूं को वाघा बार्डर के परिवहन की अनुमति दी है।दोनों ही देशों ने इस पर अपनी सहमति जता दी है कि गेहूं को अफगानिस्तान के ट्रकों में ले जाया जाएगा। पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार ने शुक्रवार को बताया कि, सभी व्यवस्थाएं कर दी है और इस्लामाबाद पहली खेप की तारीख का इंतजार कर रहा है। भारत फरवरी के शुरूआत में गेंहू भेजना शुरू कर सकता है। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत अफगानिस्तान के लोगों के साथ अपने विशेष संबंधों को जारी रखने और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।इससे पहले भारत ने अफगानिस्तान में तीन टन दवाएं भेजी हैं।
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