भारतीय अमेरिकी वकील ने दक्षिण एशियाई लोगों में घरेलू हिंसा पर लिखी किताब
इन दोनों पुस्तकों- ‘द इमीग्रेन्ट्स ड्रीम’ और ‘लाइव्स ऑन द ब्रिंक’ ने अमेरिका में रहने वाले दक्षिण एशियाई परिवारों में घरेलू हिंसा की मूल वजह को समाप्त करने की ओर सांसदों का ध्यान आकर्षित किया था।
वाशिंगटन। भारतीय अमेरिकी अटॉर्नी अनु पेशावरिया ने अमेरिका में दक्षिण एशियाई समुदाय के लोगों में घरेलू हिंसा पर एक किताब लिखी है। ‘नेवर अगेन’ नामक यह किताब उन्होंने घरेलू हिंसा का शिकार हुईं महिलाओं से बातचीत तथा अपने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर लिखी है। इस पुस्तक का विमोचन सप्ताहांत में सैन फ्रांसिस्को में किया गया। इससे पहले पेशावरिया की दो पुस्तकें प्रकाशित हुईं।
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इन दोनों पुस्तकों- ‘द इमीग्रेन्ट्स ड्रीम’ और ‘लाइव्स ऑन द ब्रिंक’ ने अमेरिका में रहने वाले दक्षिण एशियाई परिवारों में घरेलू हिंसा की मूल वजह को समाप्त करने की ओर सांसदों का ध्यान आकर्षित किया था। पेशावरिया कहती हैं कि यद्यपि अमेरिका में भारतीय तथा दक्षिण एशियाई महिलाओं पर घरेलू हिंसा के संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर कोई अध्ययन नहीं हुआ है लेकिन कुछ वजहें हैं जिनसे यह माना जा सकता है कि यह समस्या बढ़ रही है।
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लेखिका कहती हैं, ‘‘संबंधों में हिंसा का सामना कर रही महिलाओं से मेरी गहन बातचीत से यह निष्कर्ष निकला है कि सभी मामलों में महिलाएं अपने आप को लाचार समझती हैं। उन्हें डर है कि वैवाहिक रिश्ते की असफलता पर स्वदेश में उनका समाज उन्हें क्या कहेगा।’’ वह कहती हैं ‘‘ इसके अलावा मैंने पाया कि अधिकतर महिलाएं इस बारे में मुंह खोलने का भी साहस नहीं दिखातीं और किसी प्रकार की कानूनी सहायता लेने से भी गुरेज करती हैं।’’
Indian American Lawyer Authors Book on Domestic Violence Among South Asians in US https://t.co/DmTkO78Zx2 pic.twitter.com/pLTOjijBJx
— World Site News (@worldsitenews) January 9, 2019
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय महावाणिज्य दूत संजय पांडा ने किताब में अपने संदेश में कहा कि महिलाओं की हालत पर ध्यान केंद्रित कर, उनके कानूनी अधिकारों के बारे में बात कर और उनके मुद्दों को उठा कर पेशावरिया महत्वपूर्ण मुद्दे को सामने लाई हैं।
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