श्रीलंका सिलसिलेवार विस्फोट मामले में खुफिया विभाग के संभावित असफलता की होगी जांच
पुलिस प्रवक्ता रुवान गुणशेखर ने बताया कि श्रीलंका के विभिन्न गिरजाघरों और लक्जरी होटलों में रविवार, ईस्टर के दिन हुए विस्फोटों में अभी तक 290 लोगों की मौत हुई है जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हैं। देश में एक दशक पहले खत्म हुए गृह युद्ध के बाद यह सबसे हिंसक घटना है। सरकार के दो मंत्रियों ने भी खुफिया विभाग की असफलता का जिक्र किया।
कोलंबो। श्रीलंका पुलिस ने सोमवार को कहा कि वह ईस्टर के दिन हुए आठ सिलसिलेवार बम विस्फोटों के संबंध में खुफिया विभाग की असफलता की जांच करेगी। जांच की जाएगी कि खुफिया विभाग इन हमलों की साजिश का पता लगाने और इनके संबंध में चेतावनी जारी करने में असफल कैसे रहा।
Some intelligence officers were aware of this incidence. Therefore there was a delay in action. What my father heard was also from an intelligence officer. Serious action need to be taken as to why this warning was ignored. I was in Badulla last night pic.twitter.com/ssJyItJF1x
— Harin Fernando (@fernandoharin) April 21, 2019
पुलिस प्रवक्ता रुवान गुणशेखर ने बताया कि श्रीलंका के विभिन्न गिरजाघरों और लक्जरी होटलों में रविवार, ईस्टर के दिन हुए विस्फोटों में अभी तक 290 लोगों की मौत हुई है जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हैं। देश में एक दशक पहले खत्म हुए गृह युद्ध के बाद यह सबसे हिंसक घटना है। सरकार के दो मंत्रियों ने भी खुफिया विभाग की असफलता का जिक्र किया।
दूरसंचार मंत्री हरिन फर्नांडो ने ट्वीट किया की खुफिया विभाग के कुछ अधिकारियों को घटना की जानकारी थी। ऐसे में कार्रवाई में देरी हुई। चेतावनी को नजरअंदाज क्यों किया गया, इसपर गंभीर कार्रवाई की जरूरत है।
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मंत्री ने कहा कि उनके पिता ने हमलों की आशंका के बारे में सुना था और उन्हें लोकप्रिय गिरजाघरों में जाने से मना किया था। वहीं राष्ट्रीय एकीकरण मंत्री मानो गणेशन ने कहा कि उनके मंत्रालय के सुरक्षा अधिकारियों को चेतावनी मिली थी कि दो आत्मघाती हमलावर नेताओं को निशाना बना सकते हैं। गुणशेखर ने कहा कि हमलों की जांच कर रहा आपराधिक जांच विभाग इस मामले की भी जांच करेगा।
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