Iran के गृह मंत्री पर मंडरा रहा था खतरा, श्रीलंका आते ही हो जाते गिरफ्तार, पाकिस्तान से ही डेलीगेशन छोड़कर भागे

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अभिनय आकाश । Apr 26 2024 7:55PM

अहमद वाहिदी पर अर्जेंटीना ने ब्यूनस आयर्स में एक यहूदी सामुदायिक केंद्र पर 1994 के हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था, जिसमें 85 लोग मारे गए थे। इंटरपोल ने एक रेड नोटिस जारी कर दुनिया भर की पुलिस एजेंसियों से वाहिदी को हिरासत में लेने का अनुरोध किया था और अर्जेंटीना ने पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों से उसे गिरफ्तार करने के लिए कहा था।

ईरान के राष्ट्रपति जब पाकिस्तान के दौरे पर थे तो उनके साथ पूरी टीम थी। टीम में ईरान के गृह मंत्री भी थे। लेकिन जब ईरान के राष्ट्रपति पाकिस्तान का दौरा खत्म करके श्रीलंका पहुंचे तो वहां उनके गृह मंत्री नजर नहीं आए। जिसके बाद चर्चाएं तेज हो गई कि आखिर ईरान के गृह मंत्री अचानक पाकिस्तान से कहां गायब हो गए। इसका जवाब सामने आ गया है। वो श्रीलंका गए ही नहीं बल्कि पाकिस्तान से ही वापस लौट गए। उनके कोलंबों नहीं जाने को लेकर चर्चा ये है कि उनकी गिरफ्तारी श्रीलंका में हो सकती थी। इसलिए उन्होंने पाकिस्तान से ही वापस ईरान लौटने का फैसला किया। 

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अहमद वाहिदी पर अर्जेंटीना ने ब्यूनस आयर्स में एक यहूदी सामुदायिक केंद्र पर 1994 के हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था, जिसमें 85 लोग मारे गए थे। इंटरपोल ने एक रेड नोटिस जारी कर दुनिया भर की पुलिस एजेंसियों से वाहिदी को हिरासत में लेने का अनुरोध किया था और अर्जेंटीना ने पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों से उसे गिरफ्तार करने के लिए कहा था। ऐसे में अब ईरानी मंत्री को रायसी के साथ नहीं देखा गया तो इसकी चर्चा तेज हो गई। रईसी ईरान समर्थित बिजली और सिंचाई परियोजना का उद्घाटन करने के लिए श्रीलंका पहुंचे थे।

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ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि वाहिदी ईरान वापस आ गए, जहां उन्होंने एक नए प्रांतीय गवर्नर को शामिल करने के लिए एक समारोह में भाग लिया। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि आंतरिक मंत्री को ईरानी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया था। 1994 के हमले का दावा या समाधान कभी नहीं किया गया, लेकिन अर्जेंटीना और इज़राइल को लंबे समय से संदेह है कि ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने ईरान के अनुरोध पर इसे अंजाम दिया है। अभियोजकों ने शीर्ष ईरानी अधिकारियों पर हमले का आदेश देने का आरोप लगाया है, हालांकि तेहरान ने किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है। 

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